कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग का असर दिखने लगा है। ताजा आंकड़ों से कोरोना महामारी से कुछ राहत के संकेत मिले हैं। 11 मार्च के बाद पहली बार नए मामलों से ज्यादा मरीज ठीक हुए हैं। 24 घंटे के दौरान 3,11,325 नए मामले मिले हैं, जिसमें छत्तीसगढ़, झारखंड और कुछ अन्य छोटे राज्यों के मामले शामिल नहीं हैं। जबकि, 3,35,645 मरीज ठीक हुए हैं। अगर उपरोक्त राज्यों के मामलों को भी कर लिया जाए तो ठीक होने वाले मरीजों से ज्यादा नए मामलों की संख्या नहीं जाएगी। एक दिन पहले भी चार लाख से कम नए केस मिले थे। इस दौरान 3,576 लोगों की जान गई है। लगातार दूसरे दिन चार हजार से कम मौतें हुई हैं। इसके साथ ही कुल संक्रमितों का आंकड़ा दो करोड़ 29 लाख 73 हजार को पार कर गया है। इनमें से एक करोड़ 90 लाख से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं और 2,49,724 लोगों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामलों में भी लगभग 30 हजार की कमी हुई है और वर्तमान में यह 37,13,243 हैं। रविवार को 37,41,368 सक्रिय मामले थे।
कर्नाटक में सबसे ज्यादा नए केस
देश के किसी राज्य की तुलना में सोमवार को कर्नाटक में सबसे ज्यादा 39,035 नए मामले सामने आए। इससे पहले तक महाराष्ट्र में सर्वाधिक मामले मिल रहे थे, लेकिन महाराष्ट्र में सोमवार को 37,236 केस पाए गए। मौतें भी कर्नाटक में सबसे ज्यादा 596 हुई। जबकि महाराष्ट्र में 541, दिल्ली में 319, उत्तर प्रदेश में 278, तमिलनाडु में 232, हरियाणा में 161, राजस्थान में 160, बंगाल में 134 और गुजरात में 117 और लोगों की मौत हुई है।
कोरोना से संक्रमित होने वाला दुनिया का हर दूसरा व्यक्ति भारतीय
दुनिया के किसी भी अन्य देशों की तुलना में भारत में कोरोना महामारी की स्थिति बेहद गंभीर है। विश्व में जहां समग्र्र रूप से पिछले सात दिनों के दौरान संक्रमण के नए मामलों में पांच फीसद की कमी आई है, वहीं भारत में पांच फीसद मामले बढ़े हैं। इस दौरान वैश्विक स्तर पर मृतकों की संख्या चार फीसद कम हुई है, जबकि भारत में 14 फीसद बढ़ी है। वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के मुताबिक पिछले सात दिनोंमें पूरी दुनिया में 54,40,597 नए मामले मिले, जबकि भारत में 27,42,695 संक्रमित पाए गए। इस तरह पिछले हफ्ते संक्रमित होने वाला दुनिया का हर दूसरा व्यक्ति भारतीय था। इससे पहले के हफ्ते में विश्व में 57,06,729 और भारत में 26,13,415 संक्रमित पाए गए थे। इस तरह भारत में जहां पांच फीसद मामले बढ़े वहां दुनिया भर में पांच फीसद मामले कम हुए।