जबलपुर ।
ट्रेनों में भीड़ कम नहीं हो रहे है। महाराष्ट्र से यूपी—बिहार जाने वाली ट्रेनों में ज्यादा भीड़ है। रेलवे ने ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए बिना टिकट और वेटिंग टिकट लेकर यात्रा करने पर पाबंदी लगाई है। इसके बावजूद भी लोग, ट्रेनों में बिना टिकट और अनाधिकृत तौर पर ट्रेनों में यात्रा कर रहे हैं। इनको रोकने के लिए रेलवे ने ट्रेनों में जांच अभियान चलाया तो चेकिंग स्टॉफ भी इनकी मौजूदगी देखकर परेशान हो गया। दरअसल जबलपुर रेल मंडल की सीमा से गुजरने वाली ट्रेनों में टिकट जांच की गई, जिसमें लगभग 47 हजार लोग बिना टिकट और अनाधिकृत यात्रा करते मिले। रेलवे की टिकट चेकिंग स्टॉफ ने न सिर्फ इन्हें फटकार लगाई, बल्कि इनसे जुर्माना भी वसूला।
तीन करोड़ का वसूला जुर्माना : इन यात्रियों ने भले ही आरक्षित टिकट लेकर चलने वाले यात्रियों को परेशानी हुई हो, लेकिन इससे रेलवे की आय बढ़ गई है। रेलने ने 47 हजार लोगों पर जुर्माना लगाकर लगभग तीन करोड़ 30 लाख रुपये कमा लिए। जबलपुर रेल मंडल के डीसीएम सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान जबलपुर रेल मंडल के जबलपुर, मदन महल, नरसिंहपुर, पिपरिया, कटनी, दमोह, सागर, मैहर, सतना, रीवा आदि स्टेशनों पर टिकट निरीक्षकों तथा उड़न दस्ते ने कोरोना प्रोटोकाल के पालन के साथ व्यापक धरपकड़ करते हुए चलती गाड़ियों में टिकट चेकिंग अभियान चलाया।
जांच टीम ने बनाए 3450 केस : रेलवे के उड़न दस्ते द्वारा 3450 केस बनाकर दो करोड़ 40 लाख रुपए का जुर्माना यात्रियों से वसूला गया है। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विश्वरंजन द्वारा अनेक बार अत्यधिक राजस्व वसूल करने वाले चल टिकट निरीक्षकों का सम्मान तथा नगद पुरस्कार देकर उन्हें प्रोत्साहित किया गया है।