लोकसभा चुनाव के लिए सियासी घमासान के बीच बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ अश्लील टिप्पणी को लेकर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की मुश्किलें अब और बढ़ती दिख रही हैं। एक तरफ जहां आजम के खिलाफ इस बयान को लेकर केस दर्ज किया गया है, वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय महिला आयोग ने सख्ती दिखाते हुए कारण बताओ नोटिस भेजा है। उधर, कांग्रेस ने भी आजम के खिलाफ चुनाव आयोग और एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव से कार्रवाई की मांग की है। वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आजम के बयान की द्रौपदी के चीरहरण से करते हुए मुलायम सिंह यादव को भीष्म बनकर मौन ना रहने की नसीहत दी है। इधर, समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने इस नसीहत को लेकर सुषमा स्वराज को ही घेरा है।
कांग्रेस ने भी आजम खान की आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा करते हुए चुनाव आयोग और एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर कहा, ‘जया प्रदा पर आजम खान की टिप्पणी का स्तर भद्दा और तुच्छ है। ऐसे बयान एक जीवंत लोकतंत्र के लिए अपमानजनक है। आशा करता हूं कि चुनाव आयोग और अखिलेश यादव इसका संज्ञान लेंगे और कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
‘आजम की बेहद अमर्यादित टिप्पणी’
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस टिप्पणी को ‘बेहद अमर्यादित’ करार दिया। इसके बाद महिला आयोग की तरफ से आजम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा शर्मा ने चुनाव आयोग से भी गुजारिश की है कि वह आजम खान को चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करे।
जया प्रदा का नाम लिए बगैर आजम ने एक जनसभा में कहा था, ‘क्या राजनीति इतनी गिर जाएगी कि 10 साल जिसने रामपुर वालों का खून पिया, जिसे उंगली पकड़कर हम रामपुर में लेकर आए, उसने हमारे ऊपर क्या-क्या इल्जाम नहीं लगाए। क्या आप उसे वोट देंगे?‘ आजम ने आगे कहा कि आपने 10 साल जिनसे अपना प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवेअर खाकी रंग का है।