आज जलियांवाला नरसंहार का शताब्दी वर्ष है। 13 अप्रैल 1919 को एक अंग्रेज अफसर रेजीनाल्ड डायर के आदेश पर करीब 1500 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था।हालांकि, नरसंहार में मरने वालों की तादाद का आज तक पता नहीं चल सका। अलग-अलग दस्तावेज अलग-अलग संख्या बता रहे हैं। उनके परिवारों के बारे में जानकारी भी जुटाई नहीं जा सकी है। अब तक सिर्फ 3 को शहादत की पहचान मिली।
कई कमेटियों और रिपोर्ट के बाद भी कितने लोग मारे गए, यह अब तक साफ नहीं हो सका
इन्होंने कहा- सरकारें शहीदों की लिस्ट भी नहीं बनवा पाई