जबलपुर. एमपी के जबलपुर में कोरोना संक्रमण से हालात बेकाबू होते जा रहा हैं. शहर के उखरी रोड स्थित गैलेक्सी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म हो जाने से पांच मरीजों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. वहीं इस दौरान अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ तड़पते मरीजों को छोड़कर भाग निकला. परिजनों के हंगामा करने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आनन-फानन में मोर्चा संभाला और तत्काल कुछ ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कराकर आपूर्ति शुरू कराई.
जानकारी के अनुसार गैलेक्सी अस्पताल में कुल 65 कोविड संक्रमित भर्ती हैं. इसमें 31 ऑक्सीजन वाले और 34 आईसीयू के मरीज भर्ती थे. मृतक महाराजपुर पटेल नगर निवासी अमित कुमार शर्मा के परिजनों ने आरोप लगाया कि चार दिन पहले उन्हें भर्ती कराया था. व्हीकल फैक्ट्री में चार्जमैन अमित कुमार शर्मा का ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो गया था. रात डेढ़ बजे अचानक ऑक्सीजन समाप्त हो गई.
जानकारी के अनुसार अस्पताल में अमित कुमार के साथ ही आईसीयू में भर्ती गाडरवारा नरसिंहपुर निवासी 65 वर्षीय गोमती राय, नरसिंहपुर निवासी विमला तिवारी (48), छिंदवाड़ा निवासी आनंद शर्मा और विजय नगर अग्रसेन वार्ड निवासी देवेंद्र कुमार (58) ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया.
बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में हॉस्पिटल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. अस्पताल प्रबंधन ने जहां ऑक्सीजन का बैकअप नहीं रखा, वहीं दूसरी ओर ऑक्सीजन का कोई इंतजाम नहीं किया. इसके अलावा जब ऑक्सीजन समाप्त होने के बाद मरीज तड़पने लगे, तो डॉक्टरों को इलाज के लिए मौजूद रहना था, लेकिन वे स्टाफ के साथ मरीजों को भगवान भरोसे छोड़कर भाग निकले. कलेक्टर की ओर से अस्पतालों पर नजर रखने के लिए पटवारी की ड्यूटी लगाई गई है, लेकिन वो भी इसकी सूचना नहीं दे पाया.
मरीजों की मौतों और डॉक्टर एवं पैरा मेडिकल स्टाफ के भागने के बाद भर्ती मरीजों के परिजन आक्रोशित हो गए. वे हंगामा करने लगे. इसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी गई. सीएसपी कोतवाली दीपक मिश्रा सहित कोतवाली, लार्डगंज, विजय नगर, मदन महल, अधारताल थाने का बल बुलाना पड़ा. पुलिस की एक टीम जल्दी से अधारताल रवाना हुई. वहां से ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर पुलिस अस्पताल पहुंची. तीन बजे ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हो पाई.