- बीजेपी के बागी नेता और पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस में हुए शामिल
- इस मौके पर उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी और नानाजी देशमुख की तारीफ की
- सिन्हा ने बीजेपी को वन मैन शो, टू मेन पार्टी करार देते हुए पीएम मोदी और शाह पर हमला बोला
- सिन्हा ने कहा कि उन्हें दुख हो रहा है कि बीजेपी के स्थापना दिवस पर वह पार्टी छोड़ रहे हैं
बीजेपी के बागी नेता रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने आखिरकार अधिकारिक तौर पर कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली है। इस दौरान उन्होंने जहां बीजेपी संस्थापकों नानाजी देशमुख, अटल और आडवाणी की जमकर तारीफ की, वहीं मोदी और अमित शाह पर तीखा हमला भी बोला। शत्रुघ्न ने कहा कि उन्हें दुख है कि बीजेपी के स्थापना दिवस पर उन्हें पार्टी को छोड़ने का फैसला लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि मुझे कांग्रेस जॉइन कराने में लालू यादव की अहम भूमिका रही।
‘बीजेपी के स्थापना दिवस पर पार्टी छोड़ना दुखद’
शत्रुघ्न ने कहा कि आज बीजेपी का 49वां स्थापना दिवस है। आज के दिन पार्टी को छोड़ना मेरे लिए दुखद रहा है। उन्होंने कहा, ‘जब जय प्रकाश नारायण से मैं मिला तो उन्होंने नानाजी देशमुख से मेरा परिचय कराया। भारत रत्न नानाजी जी ने मेरी राजनीतिक परवरिश की। उन्होंने मुझे अटलजी से मिलाया और मैंने बीजेपी के लिए काम करने का फैसला लिया। इसी पार्टी में मेरी मुलाकात मेरे गुरु और गाइड आडवाणीजी से भी हुई।’
वन मैन आर्मी और टू मेन शो बन गई है बीजेपी’
शॉटगन ने कहा, ‘मैं यह कह सकता हूं लोकशाही को हमने धीरे-धीरे तानाशाही में बदलते देखा। वन मैन आर्मी और टू मेन शो बन गई बीजेपी। पार्टी के दिग्गजों को मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया गया।’ उन्होंने कहा कि उन लोगों ने पहले ऊपर से काटना शुरू किया। यशवंत सिन्हा जैसे व्यक्ति का क्या हश्र किया? मुरली मनोहर जोशी का बुरा हाल किया। बहुत विद्वान नेता अरुण शौरी को सम्मान नहीं दिया।
‘मुझे मंत्री नहीं बनाया, इसका मलाल भी नहीं’
शत्रुघ्न ने कहा, ‘मुझे मंत्री नहीं बनाया गया, लेकिन मुझ पर किसी किस्म का कोई आरोप नहीं लगा। मेरी खूबी के लिए मुझे सजाएं मिलीं। आपने मुझे मंत्री नहीं बनाया, इसका कोई खेद मुझे नहीं है। वहां तो मंत्री होने पर भी पीएमओ से ही सरकार चलती है। सभी लोग डरे हुए हैं। पार्टी ने स्मार्ट सिटी तक का वादा पूरा नहीं किया।’
आडवाणीजी को ब्लॉग में दर्द लिखना पड़ा’
उन्होंने कहा, ‘मुझे सिखाया गया है कि पार्टी से बड़ा देश होता है। मेरी बातें देश के लिए होती हैं। मैंने अपने लिए कोई डील नहीं मांगी। मैंने आपके (मोदी) वादों पर सवाल पूछा। हमारी पार्टी में कहा जाता था कि संवाद होना चाहिए, लेकिन यशवंत सिन्हा और हमने संवाद की कोशिश की तो समय नहीं दिया गया। आडवाणीजी को अपने ब्लॉग में अपना दर्द लिखना पड़ा।’ बीजेपी के बुजुर्ग नेताओं को टिकट नहीं देने पर सिन्हा ने सवाल किया कि क्या 75 साल के बाद आदमी ब्रेनडेड हो जाता है।
‘नोटबंदी दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला’
शत्रुघ्न सिन्हा ने मोदी सरकार के लिए गए फैसलों की भी जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि नोटबंदी जैसे फैसले से देश के लोगों पर क्या गुजरी होगी। पीएम के इस फैसले ने लोगों को लाइन में लगा दिया गया। प्रचार पर जितना खर्च किया जा रहा है, उतना पैसा विकास पर खर्च किया जाता तो स्थिति कुछ और होती। मोदी जी की मां भी लाइन में लगीं, यह सिर्फ ढकोसला था।
उन्होंने कहा, ‘जब मैंने ‘पार्टी से बड़ा देश होता है’ समझाने की कोशिश की तो मुझे बागी और गद्दार कह दिया गया। राहुलजी से सहमत हूं कि नोटबंदी दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है। बीजेपी के स्थापना दिवस पर कहना चाहता हूं कि बीजेपी ने विरोधियों को दुश्मन की तरह देखा।’
‘बीजेपी में अब विरोधियों को दुश्मन समझा जाता है’
शत्रुघ्न सिन्हा ने अमित शाह को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि बीजेपी में पहले विरोधियों को दुश्मन नहीं समझा जाता था। अटलजी ने खुद इंदिराजी की तुलना दुर्गा से की थी। लेकिन अब विरोधी सुरो को दुश्मन कहा जाता है। हमारे मोटा सेठ (अमित शाह) तो बड़े-बड़े वादे करते हैं। वह तो वहां भी पुल बनाने का वादा कर देते हैं, जहां नदी नहीं होती है।
बीजेपी के बागी नेता रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने आखिरकार कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली है। इस दौरान उन्होंने जहां नानाजी देशमुख, अटल और आडवाणी की जमकर तारीफ की, वहीं मोदी और अमित शाह पर हमला भी बोला।