- 5 लाख युवाओं को इंटर्नशिप का मौका मिलेगा, 6 हजार रुपये स्टाइपन भी मिलेंगे
- मोदी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के जरिए युवाओं को लुभाने की बड़ी कोशिश
- 25 मार्च तक इस प्रोग्राम के लिए कुल 9.25 लाख युवाओं (नॉन टेक्निकल ग्रैजुएट) ने दिया आवेदन
- मंत्रालय के सचिव का कहना है ज्यादातर युवा महाराष्ट्र और दक्षिण के राज्यों के हैं
चुनावों से ठीक पहले मोदी सरकार युवाओं को लुभाने के लिए बड़ी शुरुआत करने जा रही है। पहली बार किसी सरकारी योजना के तहत यूनिवर्सिटी और कॉलेजों से ग्रैजुएट 5 लाख युवाओं (नॉन टेक्निकल) को अलग-अलग सेक्टर में काम करने का मौका मिलेगा। जुलाई 2019 ने यह इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू होगा। मानव संसाधन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 1,533 नॉन टेक्निकल यूनिवर्सिटी और कॉलेजों से 9.25 लाख युवाओं ने अधिकतम 6 महीने के इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए नामांकन दाखिल किया है। स्कीम फॉर हायर एजुकेशन फॉर अप्रेंनटिशिप ऐंड स्किल्स (श्रेयास) के नाम से यह कार्यक्रम शुरू किया गया है। नामांकन कराने की आखिरी तारीख 25 मार्च की थी।
यह अब तक का देश का सबसे बड़ा स्किल प्रोग्राम है। इसके तहत युवाओं को हर महीने 6,000 रुपये का स्टाइपन भी दिया जाएगा। इसके साथ ही सरकार प्रति महीने सिलेक्ट इंटर्नशिप करनेवाले युवाओं को 1,500 रुपये रीइंबर्समेंट के तौर पर भी देगी।
श्रेयास प्रोग्राम के जरिए सरकार डिग्री कोर्स में दाखिला लेनेवाले छात्रों को शामिल कर रही है। इसका उद्देश्य नॉन टेक्निकल पढाई करनेवाले स्टूडेंट्स को उनके शैक्षिक कार्यक्रम के साथ रोजगारपरक हुनर देना भी है। इसके साथ ही सरकार के शैक्षिक पाठ्यक्रम को रोजगारपरक बनाने की कोशिश भी है।
श्रेयास कार्यक्रम को 3 मंत्रालयों के संयुक्त प्रयास से शुरू किया गया है। कौशल विकास मंत्रालय, श्रम और रोजगार मंत्रालय और मानव संसाधन मंत्रालय ने मिलकर फरवरी 2019 में यह कार्यक्रम शुरू किया। मानव संसाधन मंत्रालय में उच्च शिक्षा सचिव आर सुब्रमण्यम ने बताया, ‘अप्लाइ करनेवाले स्टूडेंट्स 1,533 यूनिवर्सिटी और इंस्टिट्यूशन से हैं। इनमें से ज्यादातर दक्षिण के राज्यों और महाराष्ट्र के हैं।’