मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव के दौरान किए गए वादे को पूरा करते हुए मंगलवार को किसान कर्जमाफी योजना की शुरुआत कर दी। इस योजना का नाम मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी योजना न होकर अब ‘जय किसान ऋण मुक्त योजना’ होगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल के एक होटल परिसर में आयोजित समारोह में ‘जय किसान ऋण मुक्त योजना’ की आवेदन प्रक्रिया का शुभारंभ किया। वहीं योजना के तहत भुगतान का दौर 22 फरवरी से शुरू हो जाएगा।
इस मौके पर कमलनाथ ने कहा, “यह एक अभिनव योजना है। किसान अर्थव्यवस्था की नींव हैं, क्योंकि राज्य की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है। किसानों को सशक्त करना हमारी प्राथमिकता है।”
कमलनाथ ने बताया कि इस ऋण माफी योजना से प्रदेश के 55 लाख किसानों को लाभ मिलेगा, और 50,000 करोड़ रुपये का फसल ऋण माफ होगा। उन्होंने कहा, “जय किसान ऋण मुक्ति योजना मेरे लिए मील का पत्थर है। हमें देश में सबसे आगे बढ़ना है। प्रदेश के विकास के लिए हमें नई नीति बनानी है।”
योजना के मुताबिक, राज्य में 26 बैंकों की 7,500 शाखाओं के माध्यम से योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। ऑफ-लाइन आवेदन पत्र तीन रंग के हरे, सफेद और गुलाबी हैं। ये आवेदन पत्र पर्याप्त मात्रा में जिलों में भेजे जाने का दावा किया गया है। किसानों को इस योजना के तहत भुगतान का दौर 22 फरवरी से शुरू होगा।
इस दौरान बीजपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वे मुझे नहीं समझाएं की क्या करना है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में किसानों के कर्ज माफ करने समेत कई वचन दिए थे। कमलनाथ ने 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सबसे पहले किसानों के कर्जमाफी संबंधी फाइल पर दस्तखत किए थे। इसके बाद से इसके अमल पर लाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है।