सपा और बसपा महाराष्ट्र की 48 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगी। बसपा नेता अशोक सिद्धार्थ और सपा के महाराष्ट्र प्रमुख अबु आजमी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का ऐलान किया। किसे-कौन सी सीट मिलेगी, इसके लिए 6 सदस्यीय समिति बनाई गई है। आजमी ने कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। मुस्लिम उम्मीदवारों को हिंदुओं के वोट हासिल करने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, बसपा सांसद अशोक सिद्धार्थ ने कहा कि कांग्रेस की मुस्लिमों, दलितों और पिछड़े वर्ग के लिए बनाई गई नीतियां केवल कागज पर ही हैं। जमीनी स्तर पर इसमें कोई काम नहीं हुआ।
40 बागी विधायकों में से 5 को मिली हार, सामना के जरिए उद्धव ठाकरे ने शिंदे को राजनीति छोड़ने के वादे की दिलाई याद
शिवसेना (यूबीटी) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को उनके राजनीति छोड़ने के वादे की याद दिलाई, यदि 2022 में अविभाजित शिवसेना के विभाजन के दौरान उनके साथ रहने वाले…