राम मंदिर का भूमिपूजन राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने : प्रियंका गांधी

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नई दिल्ली । अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में संपन्न होगा। भूमि पूजन के मुहूर्त को लेकर लगातार राजनीतिक बयानबाजी भी हो रही है। लेकिन इस सभी के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से बयान जारी किया गया है। प्रियंका ने ट्वीट कर अपना बयान जारी किया, उन्होंने कहा कि भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने। प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है। राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं। भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने’। प्रियंका ने लिखा कि 5 अगस्त 2020 को रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम रखा गया है। ये कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता का अवसर बने, जय सिया राम। प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से ये बयान तब आया है जब कांग्रेस की ओर से राम मंदिर को लेकर अलग-अलग तरह के बयान सामने आ रहे थे। एक तरफ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भूमि पूजन का समर्थन किया, साथ ही स्वागत भी किया। उन्होंने लोगों को भूमि पूजन की बधाई भी दी। इतना ही नहीं कमलनाथ ने अपने ट्विटर पर प्रोफाइल फोटो भी बदल ली है और भगवा वस्त्र में नज़र आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर दिग्विजय सिंह की ओर से भूमि पूजन के वक्त पर सवाल खड़े किए गए थे, उन्होंने कहा था कि अभी शुभ मुहूर्त नहीं है ऐसे में इसे कुछ वक्त के लिए टाल देना चाहिए। इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह ने शुभ मुहूर्त ना होने और भाजपा नेताओं को कोरोना होने के कनेक्शन को जोड़ दिया था जिस पर काफी विवाद हुआ था। इन बयानों के बाद ही भाजपा की ओर से आरोप लगाया जा रहा था कि कांग्रेस एक बार फिर मंदिर निर्माण में अड़ंगा लगा रही है

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