5 अगस्त को अयोध्या में राममंदिर का भूमिपूजन होना है, इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगें, भूमिपूजन को लेकर आज श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एक प्रेस-वार्ता की और कार्यक्रम सम्बंधित सभी जानकारियां दी, भूमिपूजन कार्यक्रम में 175 लोगों को आमंत्रित किया गया है।
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, श्री राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण शुभारंभ कार्यक्रम में कुल 175 महानुभावों को आमंत्रित किया गया है। देश की कुल 36 आध्यात्मिक परम्पराओं के 135 पूजनीय संतों की पावन उपस्थिति कार्यक्रम में रहने वाली है। इसके साथ-साथ अयोध्या के कुछ गणमान्य नागरिकों को भी आमंत्रित किया गया है।
कोरोना महामारी और अन्य कुछ कारणों से कुछ महानुभावो के आगमन में बाध्यताएं हैं। 90 वर्ष से अधिक आयु के महानुभावों का इस अवस्था में अयोध्या तक आना न तो सम्भव है, न ही व्यवहारिक। इसी प्रकार चातुर्मास के कारण पूज्य शंकराचार्य जी व कई पूज्य संत भी कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पाएंगे।
भूमि पूजन में श्री अशोक सिंहल जी के परिवार से श्री महेश भागचन्दका व श्री पवन सिंहल मुख्य यजमान होंगे। मंचीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, श्री मोहनजी भागवत, पूज्य नृत्य गोपाल दासजी महाराज, उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमति आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी मंचस्थ होंगे।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी सर्वप्रथम हनुमानगढ़ी में श्री हनुमान जी महाराज का दर्शन-पूजन करेंगे। उसके पश्चात वे वर्तमान में जहां श्री रामलला विराजमान हैं, उस मन्दिर में भगवान का पूजन करेंगे। ततपश्चात वे भूमिपूजन में भाग लेंगे, जिसके बाद मंचीय कार्यक्रम होगा।
देश के लगभग 2000 पावन तीर्थस्थलों की पवित्र मिट्टी और लगभग 100 पवित्र नदियों का पावन जल श्रीरामभक्तों द्वारा भूमि पूजन के निमित्त भेजा गया है। इसके अतिरिक्त देश भर से पूज्य शंकराचार्यों और पूजनीय सन्तों ने अपने प्रेम और श्रद्धा स्वरूप विभिन्न भेंट भेजी हैं।
हम सभी रामभक्तों से आह्वान करते हैं कि इस अवसर पर जैसा दिव्य वातावरण अयोध्या में दिख रहा है, वैसा ही देश के सभी नगरों और ग्रामों में दिखना चाहिए। भजन, कीर्तन, प्रसाद वितरण के कार्यक्रम सब स्थानों पर कोरोना महामारी की सावधानियां बरतते हुए आयोजित करने का हम करबद्ध निवेदन करते हैं।