उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने हाल ही में अपना टिकट कटने के डर से पार्टी को अच्छा परिणाम नहीं होने की चेतावनी दी थी। साक्षी महाराज ने अब अपने बयानों से यू टर्न ले लिया है। इस पर सफाई देते हुए कहा है कि वह हमेशा पार्टी के साथ थे और रहेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय इस मामले की जांच करवाएं कि लेटर कैसे वायरल हुआ और इसका जवाब दें।
बयानों से पटले साक्षी महाराज
दरअसल, लोकसभा चुनावों के ऐलान के बाद नेताओं के बीच टिकट को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। बीजेपी में भी ऐसा देखने को मिल रहा है। उन्नाव से बीजेपी के बयानवीर सांसद साक्षी महराज के पार्टी को धमकी दिए जाने वाले लेटर की बात से पलट गए हैं। उन्होंने सभी बातों को खारिज करते हुए कहा कि मैंने पार्टी को किसी भी तरह की धमकी नहीं दी है। मैं पहले भी अपने पार्टी के साथ खड़ा था और आज भी खड़ा हूं। मेरे टिकट को लेकर किसी भी तरह की शंका नहीं है। मुझे पता है कि उन्नाव से मुझे ही टिकट मिलेगा। यदि किसी स्थिति में पार्टी टिकट नहीं मिलता है तो भी मैं पार्टी के चुनाव प्रचार करुंगा।
लेटर वायरल होने को साजिश बताया
साक्षी महाराज ने लेटर वायरल होने को साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लिखे गए पत्र को जानबूझ कर वायरल किया गया है। उन्होंने पिता तुल्य प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे को पत्र लिखा था, जिसे वायरल किया गया है, जो जांच का विषय है। साक्षी महाराज ने एक बार फिर कहा कि वायरल किए गए पत्र में एक अक्षर भी गलत नहीं लिखा है। उन्होंने महेंद्र नाथ पांडे ओर निशाना साधते हुए कहा कि मैंने तो पार्टी में कई लोगों को पत्र लिखा था। फिर वो मीडिया के सामने क्यों नहीं आया। सिर्फ महेंद्र नाथ पांडे को भेजा गया पत्र ही क्यों सबके सामने आ गया। साक्षी महाराज ने कहा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय को इसकी जांच करानी चाहिए और जवाब देना चाहिए।
मीडिया पर साधा निशाना
साक्षी महाराज ने मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिखे पत्र को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के साथ थे और हमेशा रहेंगे, इसमें कोई किन्तु-परन्तु नहीं है। मैं जानता हूं कि मुझे उन्नाव से टिकट मिलेगा। अगर मुझे टिकट नहीं भी मिलता है, तो मैं 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार करूंगा।
राम मंदिर पर क्या बोले साक्षी महाराज
अयोध्या में राम मंदिर पर बोलते हुए साक्षी महाराज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 3 लोगों की कमेटी बनाकर दोनों पक्षों को मौका दिया है कि वह आपस में बात करके इस मुद्दे को सुलझा लें। अब दोनों पक्षों को इस बात का सम्मान करना है कि वह इस मुद्दे को बातचीत से सुलझा लें, लेकिन अगर 2 महीने बात इस मुद्दे का कोई हल नहीं निकला तो सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा। साक्षी महाराज ने कहा बीजेपी हमेशा राम मंदिर के पक्ष में रही है, लेकिन हम लोग आंदोलन इसलिए नहीं कर रहें, क्योंकि विपक्ष हम पर आरोप लगाएगा कि चुनाव से पहले जानबूझकर यह मुद्दा गरमा रहे हैं।