यात्रा के दौरान हर यात्री अपने सामान को सुरक्षित रखता है परंतु कभी-कभी ऐसा हो जाता है कि चलती ट्रेन में अचानक कोई सामान गिर जाता है। एक छोटा सा वॉलेट बहुत महत्वपूर्ण होता है। सवाल यह है कि ऐसी स्थिति में क्या किया जाए। क्या चैन पुलिंग करके ट्रेन को रोका जाए या फिर कोई और तरीका भी है।
खंभों पर लिखे किलोमीटर संख्या को नोट कर लें
भारतीय रेल में गेटमैन बताते हैं कि रेलयात्रा करते समय थोड़ी सावधानी बरतें जिससे कि ऐसी स्थिति न आये। फिर भी किसी कारणवश यदि किसी व्यक्ति का कोई कीमती सामान रेल से नीचे गिर जाता है तो सबसे पहला काम ये करना चाहिए कि रेल के किनारे लगे बिजली के खंभों पर लिखे किलोमीटर संख्या को नोट कर लें। यह कुछ इस तरीके से लिखी होती है 795/20. इसका तात्पर्य हुआ किलोमीटर संख्या 795 का 20वाँ खंभा है।सफेद रंग के छोटे खम्भों पर दिख रही संख्याएँ अविद्युतीकृत लाइनों पर लगी पुरानी मार्किंग दिखाती हैं जिन्हें हटाया नहीं गया है।
आरपीएफ हेल्पलाइन नंबर 182 पर अथवा जीआरपी हेल्पलाइन नंबर 1512 पर सूचना दी जा सकती है। बाद में सामान मिलने पर आपको सूचित किया जाएगा। आप सम्बंधित चौकी या स्टेशन पर जाकर तथा अपनी पहचान की पुष्टि करके अपना सामान प्राप्त कर सकते हैं।
या फिर आने वाले अगले स्टेशन पर जीआरपी या स्टेशन मास्टर को अपने गिरे हुए सामान का विवरण तथा किलोमीटर संख्या बताकर अपना निवेदन दर्ज करा दें साथ ही आपसे सम्पर्क करने के लिए अपना पता और फोन नम्बर भी दे दें।
यहाँ ध्यान रहे कि रेलवे किसी भी प्रकार से आपके गिरे हुए सामान के लिए उत्तरदायी नहीं है, फिर भी रेल स्टाफ द्वारा आपके सामान की तलाश की जाएगी और मिलने पर आपको सूचित कर दिया जाएगा।