लोकसभा चुनाव से कुछ सप्ताह पहले कांग्रेस महासचिव और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने राम मंदिर को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। हरीश रावत ने शुक्रवार को कहा कि हमारी पार्टी अगर सत्ता में आती है तो वह अयोध्या में राम मंदिर बनाने का पूरा प्रयास करेगी। रावत ने कहा बीजेपी पर राम मंदिर मुद्दे के ऊपर राजनीति करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा रावत ने पुलावामा हमले को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा है।
रावत ने कहा, ‘अयोध्या के बारे में मेरा वक्तव्य पहले भी आ चुका है कि अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है तो हम राम मंदिर बनाने का भरसक प्रयास करेंगे। मेरे इस दृष्टिकोण को पार्टी का भी माना जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि केवल कांग्रेस पार्टी ने ही पूर्व में सत्ता में रहने के दौरान दो बार राम मंदिर बनाने के गंभीर प्रयास किए हैं और यह बात बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने भी उनके सामने स्वीकार की थी।
हरीश रावत ने बीजेपी पर राम मंदिर मुददे को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्र को इस संबंध में एक फैसिलिटेटर की भूमिका निभानी चाहिए। पुलवामा हमले पर भी उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, वह केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही राष्ट्रवादी होने का तमगा दे रही है। उन्होंने कहा, ‘ऐसा क्यों है कि केवल प्रधानमंत्री मोदी ही राष्ट्रवादी हो सकते हैं। मुझे इस पर घोर आपत्ति है। भारत का हरेक व्यक्ति राष्ट्रवादी है। मैं भी राष्ट्रवादी हूं और आप भी राष्ट्रवादी हैं।
देश सरकार द्वारा पेश किए गए बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रावत ने कहा कि यह निराशाजनक है। उन्होंने कहा, बजट में कुछ भी नया नहीं है और अगर कुछ है तो वह कुछ दीनदयाल उपाध्याय, कुछ नरेंद्र मोदी और कुछ पुराने प्रस्ताव हैं। रावत ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि, मेरी सरकार की योजना को नाम बदल कर शामिल किया गया है। वहीं उन्होंने मोदी सरकार पर विकास, और रोजगार के मुद्दे पर गंभीर आरोप लगाए।