इंदौर : मातृभाषा दिवस के अवसर पर इंदौर के मानस भवन में मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने एक राष्ट्रीय परिचर्चा एवं संगोष्ठी का आयोजन किया। इसमें वर्तमान समय में हिंदी की स्थिति और उन्नयन को लेकर चर्चा की गई। इस अवसर पर स्वामी विदेहदेव जी मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। इस मौके पर हिंदी साहित्य से जुडी पत्रिका का भी विमोचन किया गया। सदस्यों ने बताया कि मातृभाषा उन्नाव संस्थान दौरा कर देशभर में हिंदी में हस्ताक्षर करने की प्रेरणा देने का कार्य कर रही है। इससे करीब 8 लाख लोगों ने संस्थान से जुड़कर हिंदी में हस्ताक्षर करने की प्रतिज्ञा ली है। ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज 29 इंडिया।
हिन्दी हस्ताक्षर से भाषा के प्रति भाव जागते है- स्वामी विदेहदेव जी
मातृभाषा के उन्नयन के लिए प्रत्येक व्यक्ति के मन में भाषा के प्रति प्रेम होना चाहिए, भाव से ही भाव बनता है, उक्त कथन मुख्य अतिथि स्वामी विदेहदेव जी ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही। ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’, इंदौर एवं साहित्यिक संस्था ‘क्षितिज’ के तत्वावधान में मातृभाषा दिवस पर राष्ट्रीय परिचर्चा एवं संगोष्ठी का आयोजन मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति, आर एन टी मार्ग, इंदौर में हुआ जिसमें मुख्य अतिथि को तौर पर पतंजलि योग प्रचारक प्रकल्प के प्रमुख स्वामी विदेहदेव जी, विशेष अतिथि ओज के प्रसिद्ध कवि मुकेश मौलवा, साहित्यकार अश्विनी दुबे, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन अविचल, क्षितिज़ के संस्थापक सतीश राठी एवं अध्यक्षता साहित्यकार सूर्यकांत नागर जी ने की । अतिथि स्वागत के पश्चात स्वागत उदबोधन डॉ.अर्पण जैन ‘अविचल’ ने दिया, परिचर्चा के पहले संस्मय प्रकाशन का लोकार्पण किया गया एवं प्रांजल कथन का वाचन शिखा जैन द्वारा किया गया | तत्पश्चात कवि मुकेश मोलवा ने हिन्दी की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालते हुए हिन्दी को रोजगार की भाषा बनाए जाने पर जोर दिया | परिचर्चा में वक्ता सतीश राठी जी ने साहित्य में भाषा की स्वच्छता पर प्रकाश डाला, उनके बाद अश्विनी दुबे जी ने भाषा की शुद्धता पर जोर दिया| तत्पश्चात वसुधा गाडगील जी ने मातृभाषा हिन्दी पर लघुकथा का पाठ किया | इनके बाद आर एस माथुर द्वारा कविता पाठ किया गया| अध्यक्षीय उदबोधन में सूर्यकांत नागर जी द्वारा दिया गया | सभी मंचासीन अतिथियों का मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया | आज स्वामी विदेहदेव जी का जन्मदिवस होने से संस्था द्वारा मंच पर पुष्पहार से स्वागत कर जन्मदिवस मनाया | कार्यक्रम का संचालन पदमा राजेंद्र जी द्वारा किया गया,अंत में आभार क्षितिज के सचिव अशोक शर्मा भारती ने माना| आयोजन में मातृभाषा उन्नयन संस्थान के पदाधिकारी शिखा जैन, डॉ.नीना जोशी, प्रिन्स बैरागी, लक्ष्मण जाधव, चेतन बेंडाले, अपराधों की दुनिया के संपादक जितेन्द्र वामने, यश पाराशर, मनोज तिवारी, श्रीमति रश्मी मालवीय सहित क्षितिज के पदाधिकारी उपस्थित रहें।