शहीदों के पार्थिव देह उनके गृहनगर पहुंच गए,राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार

देश प्रदेश

पुलवामा फिदायीन हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों का शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। शुक्रवार को जवानों की पार्थिव देह दिल्ली के पालम एयरपोर्ट लाई गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और उनकी पार्थिव देहों की परिक्रमा की। एयरपोर्ट पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, तीनों सेनाओं के प्रमुखों और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत तमाम केंद्रीय मंत्रियों ने जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस बीच पाक में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया दिल्ली पहुंच गए। सरकार ने हमले के बाद उन्हें वापस बुला लिया था।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे। राजनाथ ने जवानों की पार्थिव देह को कंधा दिया। उन्होंने कहा- पुलवामा हमले के बाद फैसला किया गया है कि सुरक्षा बलों के बड़े काफिले गुजरने पर आम लोगों का परिवहन रोक दिया जाएगा। इससे नागरिकों को परेशानी होगी, हम इसके लिए माफी मांगते हैं। इससे पहले मोदी ने कहा, हमले के गुनहगारों को सजा जरूर मिलेगी। हमने इसके लिए सुरक्षा बलों को पूरी स्वतंत्रता दे दी है। सैनिकों के शौर्य पर भरोसा है। जवानों के खून की बूंद-बूंद का बदला लेंगे।
शहीदों में 12 जवान उप्र के
शहीद हुए 40 जवानों में 12 उप्र के, 5 राजस्थान के, 4 पंजाब के हैं। इसके अलावा प.बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, ओडिशा, तमिलनाडु, बिहार के 2-2 जवान शहीद हुए। असम, केरल, कर्नाटक, झारखंड, मध्यप्रदेश, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के एक-एक जवान ने भी अपनी जान गंवा दी।

Pulwama

काफिले की 5वीं बस को आतंकी ने मारी टक्कर
आतंकी ने गुरुवार को करीब 3.30 बजे अवंतिपोरा में सीआरपीएफ काफिले की 5वीं बस में अपनी गाड़ी टकरा दी। इसमें बस में बैठे 39 जवान शहीद हो गए। इसके अलावा रोड ओपनिंग पार्टी का एक जवान भी शहीद हो गया। घाटी में खराब मौसम के चलते सुरक्षाबलों के काफिले की आवाजाही रुकी थी। 4 फरवरी को ही 91 वाहनों का काफिला जिसमें 2871 जवान शामिल थे, जम्मू से कश्मीर पहुंचा था। सीआरपीएफ के काफिले में 78 वाहन थे। इनमें 16 बुलेट प्रूफ बंकर भी शामिल थे। आतंकी हाईवे पर काकापोरा-लेलहर की तरफ से आया और काफिले के समांतर ही चल रहा था।

अफसरों के मुताबिक, “सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है कि काफिले पर हमले में लगभग 80 किलो हाई-ग्रेड आरडीएक्स का इस्तेमाल हुआ था। बस के बचे हुए हिस्सों को देखकर पता चलता है कि इस हमले में आईईडी का इस्तेमाल नहीं हुआ।” शुरुआती जानकारी में माना जा रहा था कि आईईडी से इस हमले को अंजाम दिया गया।

  • पुलवामा में शहीद हुए 40 जवानों में से 12 उत्तरप्रदेश, 5 राजस्थान और 4 पंजाब के
  • प.बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, ओडिशा, तमिलनाडु, बिहार के 2-2 जवान शहीद
  • असम, केरल, कर्नाटक, झारखंड, मप्र, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के एक-एक जवान ने जान गंवाई

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *