
देश की कुल 512 महिला सांसदों और विधायकों में से 143 पर क्रिमिनल केस दर्ज है। यह कुल महिला सांसद और विधायकों का 28% है। इन महिला सांसदों और विधायकों पर हत्या और किडनैपिंग जैसे गंभीर आरोप में केस दर्ज है। ये खुलासा चुनाव सुधार पर काम करने वाले NGO एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट में हुआ है।एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक कुल महिला सांसद और विधायकों में से 78 यानी 15% पर हत्या, किडनैपिंग जैसे गंभीर आरोप हैं।ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 45% विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। ADR ने देश के 28 राज्यों और विधानसभा वाले तीन केंद्र शासित प्रदेशों के कुल 4123 विधायकों में से 4092 के चुनावी हलफनामे का एनालिसिस किया।
आंध्र प्रदेश के सबसे ज्यादा 174 में से 138 (79%) विधायकों ने जबकि, सिक्किम में सबसे कम 32 में से सिर्फ एक विधायक (3%) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के सबसे ज्यादा 134 विधायकों में से 115 (86%) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
भाजपा के 23 और कांग्रेस के 34 फिसदी महिला नेताओं पर क्रिमिनल केस
वहीं देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा की 217 महिला सांसद-विधायकों में से 23% पर आपराधिक मामले दर्ज है। जबकि 11% बीजेपी महिला सांसदों और विधायकों पर गंभीर मामले दर्ज है। कांग्रेस के कुल 84 महिला सांसदों और विधायकों में से 34% पर आपराधिक केस दर्ज है। जबकि 20% पर गंभीर आरोप में एफआईआर दर्ज है।
कौन सी पार्टी के कितने महिला नेताओं पर क्रिमिनल केस
भाजपा: 217 महिला सांसद-विधायक, 23% पर केस, 11% पर गंभीर मामले।
कांग्रेस: 83 में से 34% पर आपराधिक केस, 20% पर गंभीर आरोप।
TDP: 20 में 65% महिला विधायक पर केस, 45% पर गंभीर मामलों में केस।
AAP: 13 में 69% पर आपराधिक केस, 31% पर गंभीर आरोप में केस दर्ज है।
17 महिला नेताओं की संपत्ति 100 करोड़ से अधिक
वहीं, 17 महिला नेताओं ने अपने चुनावी हलफनामों में अरबपति (100 करोड़ या उससे अधिक संपत्ति) होने का दावा किया है। इनमें लोकसभा की 6, राज्यसभा की 3 और विधानसभा की 8 महिलाएं हैं। 512 महिला सांसदों-विधायकों की कुल घोषित संपत्ति 10,417 करोड़ रुपए है। औसतन हर एक के पास 20.34 करोड़ रुपए की संपत्ति है।
71% महिला नेता ग्रेजुएट और 24% ने 5वीं से 12वीं तक पढ़ी-लिखी
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक, 71% महिला नेता ग्रेजुएट या उससे ज्यादा पढ़ी हैं। 24% ने 5वीं से 12वीं तक की पढ़ाई और 12 महिलाएं डिप्लोमा किया है। वहीं, महिला सांसदों-विधायकों में 64% की उम्र 41 से 60 साल के बीच, 22% की 25 से 40 साल के बीच और 14% की 61 से 80 साल के बीच है।
भाजपा को एक साल में ₹4340.47 करोड़ चंदा, 51% खर्च किया
ADR ने 17 फरवरी, 2025 को राष्ट्रीय दलों को मिले चंदे को लेकर रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में भाजपा को सबसे ज्यादा 4340.47 करोड़ रुपए का चंदा मिला। दूसरे नंबर पर कांग्रेस को 1225.12 करोड़ रुपए मिले।रिपोर्ट में बताया कि पार्टियों को चंदे का बड़ा हिस्सा चुनावी बॉन्ड से मिला। भाजपा ने अपनी कमाई का कुल 50.96% यानी 2211.69 करोड़ रुपए, जबकि कांग्रेस ने अपनी इनकम का 83.69% यानी 1025.25 करोड़ रुपए खर्च किया। AAP को चंदे में 22.68 करोड़ रुपए मिले, जबकि पार्टी ने उससे ज्यादा 34.09 करोड़ रुपए खर्च किए।