
महाकुंभ में भगदड़ में हुई मौतों पर पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी रो पड़े. उन्होंने कहा कि ‘हमने पहले ही कहा था कुंभ की सुरक्षा को आर्मी के हवाले किया जाए, लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी. निकम्मा प्रशासन पूरी तरह फेल है. प्रशासन सिर्फ वीआईपी की जी हुजूरी में लगा रहा. इसके अलावा उन्हें कुंभ से कोई मतलब नहीं. किसी का बेटा चला गया. किसी का बाप चला गया. पिछले स्नान के बाद ही हमने प्रशासन को सचेत किया था.

बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ में रात 1 बजे अचानक भगदड़ मच गई. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भगदड़ में 14 से 15 लोगों की मौत हो गई है. वहीं कई श्रद्धालु गंभीर रुप से घायल हो गए हैं. जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. मौके पर राहत बचाव कार्य चल रहा है. भगदड़ में घायल श्रद्धालुओं को सेक्टर 2 हॉस्पिटल लाया जा रहा है. वहीं कई अन्य अस्पतालों में भी भर्ती किया जा रहा है. पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने स्थिति को काबू में करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.
कुछ ही देर में स्नान करेंगे अखाड़े
इधर भगदड़ के चलते सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान (शाही स्नान) रद्द कर दिया था. हालांकि अब अखाड़े कुछ देर में स्नान के लिए घाट आने पहुंचने वाले हैं. अखाड़ा परिषद ने इसकी घोषणा की है. उनका कहना है कि स्थिति सामान्य हो रही है. ऐसे में हम कम संख्या के साथ स्नान करेंगे.