
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में मुसलमान बच्चों से मारपीट और ‘जय श्रीराम’ बुलवाने के मामले पर अब सिसायत तेज हो गई है. अब इस मामले में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ( AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो गई है. औवेसी ने एक तरफ तो सामाजिक तानेबाने को लेकर चिंता व्यक्त की है तो वहीं दूसरी तरफ राज्य और केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है.ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, दो नाबालिग लड़के जो 3 मुसलमान बच्चों को पीट रहे थे और उनसे ‘जय श्रीराम’ के नारे लगवा रहे थे, उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. ये कैसा समाज है जिसके लोग अपने भगवान की भक्ति खुद नहीं करते, बल्कि गैर-मजहब के लोगों को मार-पीट कर उनसे नारे लगवाते हैं? सोचिए, इन लड़कों का सामाजिक माहौल और उनकी परवरिश कैसी हो रही है कि ये अब से ही लिंचिंग में कोर्स कर चुके हैं.
इन लड़कों में बीजेपी नेता बनने के सारे गुण
ओवैसी ने आगे कहा कि सवाल ये है कि क्या भाजपा के मुख्यमंत्री खुद इन लड़कों की गुलपोशी करेंगे या मोदी के कोई मंत्री को बुलाया जाएगा? इन लड़कों में वो सारे गुण हैं जो भाजपा के एक भावी नेता में होने चाहिए. दरअसल, रतलाम जिला का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो था है. इस वीडियो में युवक तीनों बच्चों को थप्पड़ और चप्पल से पीटता नजर आ रहा है और उसके बाद ‘जय श्रीराम बुलवा’ रहा है. हालांकि, ये वीडियो एक महीना पुराना बताया जा रहा है. पुलिस ने शिकायत के बाद आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है.