
किसानों की मांगों को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार इंदौर में किसान न्याय यात्रा निकाली। सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रैक्टर पर सवार हुए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी यात्रा में शामिल हुए। इस रैली को इंदौर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी, इसलिए रीजनल पार्क पर ट्रैक्टरों को शहर में प्रवेश रोकने के लिए पुलिस ने बेरिकेड लगा दिए और ट्रकों को रास्ते पर खड़ा कर दिया था। मौके पर भारी संख्या मेें पुलिस बल भी तैनात किया गया था।
इसकी जानकारी मिलने के बाद पटवारी ने एक पोस्ट अपने अकाउंट पर डालते हुए कहा था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को यदि पुलिस रोकती है तो कार्यकर्ता विरोध न करे। उनके वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करें और शांतिपूर्वक प्रदर्शन करें। साढ़े 11 बजे पटवारी व सिंह रीजनल पार्क पहुंचे और ट्रैक्टर पर सवार होकर आगे बढ़ने लगे। इस बीच अफसरों ने ट्रक अड़ाकर उनके वाहन रोके। इसके बाद आक्रोशित कार्यकर्ता ट्रक हटाने की कोशिश करते रहे। इस दौरान उनकी पुलिस अफसरों से कहासुनी भी हुई।
शहर के अलग-अलग हिस्सों में कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्र हुए। सबसे ज्यादा भीड़ रीजनल पार्क पर थी। उपज के समर्थन मूल्य बढ़ाने व किसानों की अन्य मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। प्रशासन ने रैली की अनुमति नहीं दी, लेकिन कांग्रेस नेता रैली निकालने के लिए अड़े हुए थे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव ने कहा कि सरकार अनुमति नहीं देकर विरोध रोकना चाहती है, लेकिन हम आंदोलन के लिए अडिग हैं। पुलिस द्वारा रोके जाने के बावजूद कार्यकर्ता कलेक्टर कार्यालय की तरफ बढ़े।
सड़क पर बैठे कार्यकर्ता
चोइथराम मंडी के पास पुलिस ने ट्रैक्टरों को रोकना शुरू कर दिया। उन्होंने बेरिकेड लगा रखे थे। तेजाजी नगर के पास बुलड़ोजर भी खड़े किए गए। इससे नाराज कार्यकर्ता सड़क पर बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। दोपहिया पर तीन सवारी बैठकर आए कार्यकर्ताओं के चालान भी पुलिस ने काटे।
पटवारी बोले- नफरत और द्वेष भाजपा सरकार के सिर चढ़ कर बोल रहा
लंबी जद्दोजहद के बाद अफसरों ने एक ट्रैक्टर को रीजनल पार्क से जाने की अनुमति दी। उस पर सवार होकर जीतू पटवारी व दिग्विजय सिंह कलेक्ट्रेट गए। यहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पटवारी ने कहा कि चुनाव के समय भाजपा ने किसानों से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन चुनाव जीतने के बाद सरकार बनते ही उसे भूल गई। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी किसान की बात करते हैं तो उन्हें आतंकवादी कहा जाता है। रोजगार की बात करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती है। नफरत और द्वेष भाजपा सरकार के सिर चढ़ कर बोल रहा है। पटवारी ने कहा कि हमें प्रशासन ने रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जबकि हमने अनुमति ली थी।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि सोयाबीन का समर्थन मूल्य नही बढ़ा, लेकिन लागत बढ़ती जा रही है। सोयाबीन के भाव छह हजार प्रति क्विंटल होना चाहिए। हम सरकार के खिलाफ हमेशा लड़ेंगे और किसानों के साथ हमेशा खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि मोदी जी की सरकार किसान विरोधी हैं। सरकार मिल मालिकों और उद्योगपतियों की है। उसका किसानों और गरीबों से कोई लेना देना नहीं है। नेताओं के भाषण के बाद एसडीएम को ज्ञापन दिया गया। प्रदर्शन में शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा, विपिन वानखेड़े, अमन बजाज, राजेश चौकसे,देवेंद्र यादव सहित अन्य नेता शामिल हुए।
