समाजवादी पार्टी सुल्तानपुर डकैती मामले में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए मंगेश यादव के बहाने पीडीए को गोलबंद करेगी। विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर इसे पार्टी की खास रणनीति माना जा रहा है। सपा एनकाउंटर में मारे गए आरोपियों के जातिगत आंकड़े भी गांव-गांव पहुंचाएगी।मंगेश यादव एनकाउंटर पर सपा लगातार सवाल उठा रही है। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव मंगेश यादव के परिजनों से मिलने जौनपुर गए थे। वहीं, शुक्रवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उनके परिजनों से लखनऊ में मिलकर संदेश देने का काम किया कि इस मामले को अंजाम तक पहुंचाएंगे।
.इसके साथ ही अखिलेश ने एनकाउंटर में मारे गए आरोपियों के आकड़े भी रखे हैं। सपा अध्यक्षा कहना कहना है कि ये फर्जी एनकाउंटर हैं। इनमें मारे गए 60 फीसदी लोग पिछड़े, अल्पसंख्यक और दलित हैं, जबकि 19 फीसदी में अन्य जातियों के लोग हैं। 21 प्रतिशत का डाटा उपलब्ध नहीं है।
सपा सूत्रों का कहना है कि संविधान और आरक्षण के मुद्दों के साथ ही एनकाउंटरों के मुद्दे पर भी सपा आक्रामक ढंग से प्रचार करेगी। इसके लिए सभी जिला व महानगर कमेटियों को निर्देश दे दिए गए हैं। जिले व क्षेत्रवार कार्यकर्ताओं के साथ संगठन की समीक्षा में भी इस पर जोर दिया जा रहा है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिया जवाब, क्यों मिले थे मंगेश यादव के परिवार से?
इससे पहले, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि यूपी पुलिस फर्जी एनकाउंटर कर रही है। मंगेश यादव को घर से उठाकर मारा गया था। मैं सच्चाई जानने के लिए उनके परिवार से मिला था। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी पुलिस साजिश करने और एनकाउंटर करने का काम कर रही है।
पुलिस को दिए गए मंगेश के परिवार के बयान पर उन्होंने कहा कि पुलिस के डर से कोई भी कुछ भी बयान दे सकता है। अखिलेश यादव शनिवार को मीडिया को संबोधित कर रहे थे। सपा मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने हिंदी दिवस के अवसर पर साहित्यकारों, कवियों और पत्रकारों को सम्मानित को सम्मानित किया।
मंगेश यादव के परिजनों से मिले अखिलेश
मालूम हो कि मंगेश सुल्तानपुर लूट का आरोपी था जिसकी पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई थी। अखिलेश यादव लगातार ही इस एनकाउंटर को हत्या बता रहे हैं। उनका आरोप रहा है कि कि मंगेश को उसके घर से उठाकर उसकी हत्या करी गई है।
दूसरी तरफ गुरुवार को यूपी डीजीपी ने पत्रकार वार्ता करके मंगेश के एनकाउंटर में शामिल होने के तथ्य दिए। साथ ही बताया कि उसका कैसे एनकाउंटर हुआ। इधर अखिलेश यादव का कहना है कि मंगेश यादव को पुलिस ने घर से उठाकर फर्जी एनकाउंटर में हत्या कर दी। शुक्रवार को मंगेश के शोकाकुल पिता, मां और बहन ने अखिलेश यादव को पुलिस द्वारा उत्पीड़न किए जाने की भी जानकारी दी। अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया।
जौनपुर के गांव अगरौरा थाना बक्सा से आए मंगेश यादव के पिता राकेश यादव, मां शीला देवी और बहन प्रिंसी यादव के ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। सुल्तानपुर के सर्राफ की दुकान पर 28 अगस्त 2024 को लूट हुई थी। 2 सितम्बर 2024 की रात दो बजे पुलिस मंगेश को घर से उठाकर ले गई।
3-4 सितम्बर 2024 को दिन में पुलिस घर आई और कहा कि पूछताछ हो रही है। तुम्हारा लड़का छोड़ दिया जाएगा। 5 सितंबर 2024 को उसकी पुलिस अभिरक्षा में फर्जी एनकाउंटर में हत्या कर दी गई। पुलिस वालों ने कहा जाओ सुल्तानपुर के पोस्टमार्टम हाउस में लाश ले आओ।
पीड़ित परिवारीजनों ने बताया कि पुलिस ने जबर्दस्ती दबाव डालकर वीडियों बनाया है जिसमें झूठ के सिवा कुछ नहीं है। जो वीडियो पुलिस प्रसारित कर रही है उसमें दबाव में उनसे मनमाफिक बयान दिलवाया गया है। पूरा गांव सच्चाई बता रहा है। मंगेश को जबरदस्ती अपराधी बताकर पुलिस एनकाउंटर कर वाहवाही लूट रही है।