राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ अपने मतभेदों के दावों को सिरे से खारिज किया है। आरएसएस का कहना है कि इस तरह के दावे सिर्फ भ्रम पैदा करने के लिए किए जा रहे हैं। संघ के सूत्रों ने यह भी बताया कि केरल के पलक्कड़ में आरएसएस, भाजपा और उनके सहयोगियों की तीन दिवसीय वार्षिक बैठक 31 अगस्त से शुरू होगी। बताया गया है कि संघ के अध्यक्ष समेत भाजपा के वरिष्ठ नेता इस बैठक में शामिल होंगे। संघ से जुड़े सूत्रों का कहना है कि भाजपा और आरएसएस के बीच किसी भी तरह का मनमुटाव नहीं है। बता दें कि इससे पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने टिप्पणी की थी कि ‘सच्चा सेवक सभी अहंकारी नहीं होता।’ इसके बाद से विपक्ष के नेताओं और कुछ लोगों ने दावा किया था कि लोकसभा चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन के संघ प्रमुख ने तल्ख संदेश दिया है।
झारखंड : नयी सरकार के शपथ ग्रहण के मद्देनजर बृहस्पतिवार को रांची के स्कूल रहेंगे बंद
झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर रांची शहर में बृहस्पतिवार को स्कूल बंद रहेंगे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी…