इस बार लोकसभा चुनाव का माहौल इंदौर में नजर नहीं आ रहा है। भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने ठीक तरह से जनसंर्पक भी शुरू नहीं किए है। इंदौर से जुड़े विकास के मुद्दों पर भी दोनो उम्मीदवार ज्यादा बात नहीं कर रहे हैै।
भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी अपने भाषणों में मोदी लहर और राम मंदिर निर्माण पर ज्यादा बात कर रहे है तो कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम समाजों को साध कर सोशल इंजीनियरिंग पर जोर दे रहे है।
मतदाता भी महसूस कर रहे है कि इस बार चुनाव नीरस सा लग रहा है। लोग कर रहे है कि दोनो उम्मीदवारों से ज्यादा बैनर-पोस्टर्स तो इंदौर मेें निर्वाचन आयोग ने मतदान करने की अपील के लगाा दिए है। बुधवार को दोनों उम्मीदवार नामांकन फार्म भरेंगे। उसके बाद चुनावी माहौल नजर आ सकता है।
टिकट मिलने के 39 दिन बाद जनता के बीच लालवानी
भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी का टिकट 13 मार्च को तय हुआ था। टिकट मिलने के 39 दिन बाद अब लालवनी मोहल्लों के जनसंपर्क पर निकले। अभी तक वे मंडल स्तर की बैठक और सामाजिक आयोजनों में नजर आ रहे थे। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम भी जनता से सीधे संपर्क करने के बजाए होली मिलन समारोह, महावीर जयंती और शहर मेें होने वाले आयोजनों के बहाने लोगों से मिल रहे है। उन्होंने अभी तक विधानसभा वार जनसंपर्क शुरू नहीं किया। कांग्रेस के विधानसभा स्तर पर सम्मेलन भी नहीं हो पाए है।
इंदौर के मुद्दे भी भाषणों से गायब
इंदौर से जुड़े मुद्दे भी उम्मीदवारों के भाषणों में नजर नहीं आ रहे है। शहर के मास्टर प्लान की मियाद ढाई साल पहले समाप्त हो गई, लेकिन नया मास्टर प्लान अब तक नहीं बना। इसका उल्लेख दोनो ही उम्मीदवारों ने अपने घोषणा पत्र में नहीं किया। डाग बाइट की समस्या का मामला हाईकोर्ट तक पहुंच चुका है,लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी भी इसे नहीं उठा रहे हैै। चुनावी माहौल के बीच इंदौर नगर निगम में 28 करोड़ का घोटाला हो गया, लेकिन विपक्ष ने भी इस घोटाले पर चुप्पी साध रखी है।