नई दिल्ली । देश और दुनिया में कोरोना फिर डरा रहा है। कोविड के नया जेएन.1 वेरिएंट अब 40 देशों में फैल चुका है। चौंकाने वाली बात यह है कि भारत में इस स्ट्रेन के 21 सक्रिय मामले मौजूद हैं। नए सब वेरिएंट की खास बात यह है कि यह वेरिएंट दूसरे स्ट्रेन की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है।
कोरोना संक्रमण की तीन लहरों से दुनियाभर में मची तबाही के बाद लोगों ने कुछ राहत की सांस ली ही थी, लेकिन फिर कोरोना के नए सब वेरिएंट ने डराना शुरू कर दिया है। भारत में फिलहाल कोविड संक्रमण के 2300 से ज्यादा सक्रिय मामले हैं। इसमें नए सब वेरिएंट जेएन.1 के 21 मामले हैं।
कोरोना के नए सब वेरिएंट जेएन.1 के बारे में सामने आया है, कि इसका सबसे पहला केस अगस्त में लक्जमबर्ग में पाया गया। इसके बाद यह धीरे-धीरे 36 से 40 देशों में फैल गया। डब्ल्यूएचओ ने इस वैरीअंट ऑफ इंटरेस्ट कहा है। कोविड के चलते बीते दो हफ्ते में देश के अंदर 16 मौते हुई हैं। इन लोगों को पहले से कई गंभीर बीमारी थीं। यानी ये लोग को कोमोरबिडिटीज से पीड़ित थे।
हाल ही में 15 दिसंबर को बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हुई थी। वह भी दूसरी कई बीमारियों से पीड़ित था। इस रोगी का सैंपल इकट्ठा कर जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है।
614 नए केस आए, केरल में 3 की मौत
भारत में बीते दिन कोरोना संक्रमण के 614 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जो 21 मई के बाद से सबसे ज्यादा हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के सक्रिय केस बढ़कर 2,311 हो गए हैं। 24 घंटे के दौरान केरल में तीन लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद देश में कोविड से मरने वालों की संख्या 5 लाख 33 हजार 321 हो गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ ) ने जेएन.1 स्ट्रेन के बारे में बताया है कि जांच में सामने आया है कि दूसरे वैरिएंट की तुलना में अधिक आसानी से फैलता है। जेएन.1 अधिक जोखिम पैदा नहीं करता है।
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