मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में सोमवार (9 अक्टूबर) को दिनदहाड़े अज्ञात हमलावरों ने एक गांव के 35 वर्षीय सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई. ग्वालियर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने बनहेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत पर सुबह करीब साढ़े नौ बजे उस समय गोलियां चला दीं, जब वह तानसेन रोड पर अपनी कार के पास खड़े थे. उन्होंने कहा कि गोलीबारी के समय रावत अपने वकील से मिलने आए थे.
अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, अपराध में तीन लोग शामिल हैं और पुलिस ने हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि यह गोलीबारी मृतक विक्रम रावत की कुछ लोगों के साथ पुरानी दुश्मनी का नतीजा हो सकती है. उन्होंने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मामले मेंआगे की कार्रवाई की जा रही है.
आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस अलर्ट
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, सरपंच विक्रम रावत अपने वकील से मिलने गए. जैसे ही वह कार से उतरे, अचानक पीछे से हलावरों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी. घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन में सरपंच को एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने चिकित्सकीय परीक्षण के बा मृत घोषित कर दिया.वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से भागने में कामयाब रहे. आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस अलर्ट हो गई और उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
घटना के बाद दोनों पक्षों में तनाव
बताया जा रहा है कि दो साल पहले मृतक सरपंच विक्रम रावत के चचेरे भाई की भी हत्या हो गई थी. इस मामले में मृतक सरपंच प्रमुख गवाह था. इस मामले में वह जल्द ही कोर्ट में गवाही देने वाला था. इसी सिलसिले विक्रम रावत अपने वकील से मिलने पहुंचे थे. इस घटना के बाद मृतक के परिजनों और आरोपियों के घर वालों में तनाव है. हादसे के समय गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर इकट्ठे हो गए.