भोपाल: बीजेपी में नाराज और उपेक्षा से दुखी कार्यकर्ताओं और पूर्व जनप्रतिनिधियों को साधने की रणनीति को लेकर बीजेपी प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में मंगलवार को निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ ही आगामी चुनाव के मद्देनजर पार्टी के कार्यक्रमों पर भी चर्चा कोर कमेटी करेगी। इसको लेकर प्रदेश कार्यालय में शाम को होने वाली बैठक में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को छोड़कर बाकी नेताओं की मौजूदगी रहेगी।
प्रदेश भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में वरिष्ठ नेताओं की फीडबैक रिपोर्ट पर मंथन करेगा। इसके लिए राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व सांसद, मंत्री, विधायक, प्रदेश प्रदेश संगठन महामंत्री, पूर्व विधायक समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं के दौरे के बाद प्रदेश कार्यालय पहुंची रिपोर्ट्स को आधार बनाया जाएगा।
इस बैठक में जो फैसला होगा, उसके आधार पर आगामी कार्यक्रमों के लिए एक्शन तय होगा। सूत्रों के अनुसार 15 अप्रेल तक वरिष्ठ नेताओं को जिलों में भेजकर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया था और सभी ने अपने से संबंधित जिलों की रिपोर्ट सौंप दी है। मंत्रियों और विधायकों के साथ जिला अध्यक्षों द्वारा उपेक्षा करने की शिकायतें वरिष्ठ नेताओं को सबसे अधिक मिली हैं।
इसमें सबसे अधिक विरोध ग्वालियर, चंबल और विन्ध्य के जिलों में सामने आया है। कोर ग्रुप की इस बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा सहित कोर ग्रुप के सदस्य मौजूद रहेंगे। सीएम चौहान सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से लौटने के बाद बैठक में शामिल होने आएंगे वहीं केंद्रीय मंत्री सिंधिया कोरोना पाजिटिव होने के कारण बैठक में नहीं रहेंगे।
जिलों से मिली नाराजगी की रिपोर्ट पर टोली बैठकों में हुआ डिस्कसन
प्रदेश कोर कमेटी की बैठक के पहले जिलों से मिले नाराजगी के फीडबैक को लेकर अलग-अलग टोलियों में बैठकें हुईं। इन बैठकों में नाराजगी की वजह बताई गई। बैठकों में शामिल नेताओं में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री गोपाल भार्गव, पूर्व विधायक राजेंद्र शुक्ल, पूर्व सांसद कृष्णमुरारी मोघे समेत अन्य नेता शामिल थे।