कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने को लेकर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। शनिवार को पुणे अंतरराष्ट्रीय लिट्रेरी फेस्टिवल में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इतना काबिल नहीं है कि भारत की आलोचना कर सके, विशेषकर पीओके पर उसके रिकॉर्ड को देखते हुए ऐसा कहा जा सकता है। कुछ मुद्दों पर देश में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन राष्ट्रहित में हमारी विदेश नीति एक है।
- थरूर ने कहा कि विदेश नीति के मामले में पार्टियों (भाजपा-कांग्रेस) के मतभेद मायने नहीं रखते। मैं दूसरे देशों को संदेश देना चाहता हूं कि हमारे देश में दलों के बीच मतभेद हो सकते हैं लेकिन जब भारत के राष्ट्रहित की बात हो तो, यह न तो भाजपा की विदेश नीति होती है न कांग्रेस की। यह सिर्फ भारत की विदेश नीति होती है।
- कांग्रेस नेता ने कहा कि मुझे जम्मू-कश्मीर के लोगों और वहां के निर्वाचित जन प्रतिनिधियों के साथ हुए व्यवहार को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करने का अधिकार है। उन्होंने कहा ‘मैं सरकार पर घरेलू मुद्दों को लेकर हमला जारी रखूंगा, लेकिन जब अंतरराष्ट्रीय स्तर की बात होगी तो महसूस करता हूं कि पाक भारत की आलोचना करने के लिए कम योग्य है। उन्होंने पीओके के साथ क्या किया है।
सोशल मीडिया पर अब गालीबाज सक्रिय हैं: थरूर
कांग्रेस सांसद ने कहा कि मुझे कई अग्नि परीक्षाओं से गुजरना पड़ा है। पहले सोशल मीडिया पर वास्तविक लोगों से बातचीत करते थे, लेकिन अब वहां 95 प्रतिशत लोग गालीबाज हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर गाली देने वाला माफिया है जो मुझे हत्यारा कहने या कासानोवा का पुनर्जन्म घोषित करने के लिए सब कुछ कर सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिज्ञ से राजनेता के रूप में अपने बदलाव के बारे में थरूर ने कहा- पहले मेरे साथ ‘श्रेष्ठ व्यवहार’ किया जाता था, लेकिन अब ‘सुरक्षा घेरा’ हटा लिया गया है।
निर्वाचित प्रधानमंत्री को पूरा सम्मान मिलना चाहिए
थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकतांत्रित रूप से चुने गए प्रधानमंत्री के तौर पर पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए। कांग्रेस सांसद ने कहा, ”हम उनकी राजनीति पसंद करे या नहीं, बावजूद इसके वह देश के निर्वाचित प्रधानमंत्री हैं और जब वह विदेश जाते हैं तो भारत का झंडा लेकर जाते हैं। मैं चाहता हूं कि मेरे देश के प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें पूरा सम्मान दिया जाए।”