मंदसौर। मंदसौर जिले में शनिवार को हुई अतिवृष्टि व बाढ़ के चलते जिले के लगभग 150 से अधिक गांवों में नुकसानी की खबर है। जिले में 53 राहत कैंपों में 13 हजार से अधिक लोगों को रखा गया है। अभी भी गांधीसागर का बेकवॉटर कई गांवों में घुसा हुआ है।
बांध का जलस्तर 1313 फीट होने के बाद ही गांवों से पानी बाहर जाएगा। मंदसौर शहर में भरा पानी भी अब पूरी तरह निकल गया है। यहां लगभग 800 दुकानों का सामान खराब हुआ है। सोमवार को दिनभर प्रशासनिक अमला नुकसानी के आंकलन में लगा रहा है।
दोपहर तक मिले प्रारंभिक अनुमान के अनुसार लगभग एक हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। जिसमें से 400 करोड़ का सरकारी संपत्तियों का ही नुकसान बताया जा रहा है। दो दिन में 15 हजार से अधिक घर गिरे हैं। पांच लोगोें की मौत हुई है वहीं 400 पशुओं की मौत होने की भी बात सामने आई है। अभी नुकसानी का आंकलन जैसेे-जैसे होता जाएगा, आकड़ा और बढ़ता ही जाएगा।
गांधीसागर बांध में आवक हुई 1.50 लाख क्यूसेक
गांधीसागर बांध के जलभराव क्षेत्रों में वर्षा बंद होने के बाद शिवना, क्षिप्रा, गंभीर, रेतम, छोटी कालीसिंध, तुंबड़, सोमली सहित सभी नदिया अपने सामान्य जलस्तर पर बहने लगी है। इससे बांध में सोमवार को पानी की आवक 1.18 क्यूसेक हो गई है। और 19 गेट खोलकर लगभग 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। सोमवार को बांध का जलस्तर 1315.75 फीट था। और इसी गति से पानी निकालकर जलस्तर 1313 फीट तक करने में लगभग 18 घंटे लगेंगे।