भोपाल। मध्यप्रदेश में गर्मी का दौर लगातार जारी है. तीन दिन की राहत के बाद तापमान फिर बढ़ने लगा है. सोमवार की सुबह 9 बजे राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहा. इंदौर का 30, ग्वालियर का 34 और जबलपुर का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि मप्र के मौसम काे प्रभावित करने वाली अन्य काेई मौसम प्रणाली अभी सक्रिय नहीं है. मंगलवार 19 अप्रैल के बाद से तापमान में गिरावट की संभावना है.
खजुराहो और नौगांव में पारा 44 डिग्री सेल्सियस: रविवार को मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में एक डिग्री सेल्सियस तक तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई. जबकि सबसे अधिक 44 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहाे एवं नौगांव में रहा. राजगढ़ की रात सबसे गर्म रही. वहीं भोपाल का अधिकतम तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. रविवार को प्रदेश के किसी भी शहर में लू नहीं चली.
एमपी के उत्तर पश्चिमी हिस्से से गुजर रही ट्रफ लाइन: मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, वर्तमान में पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है. एक ट्रफ लाइन भी मध्य प्रदेश के उत्तर पश्चिमी हिस्से से गुजर रही है. जिसके असर से रविवार को राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादल छाए रहे. लेकिन गर्मी लोगों को झुलसाती रही. मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले 24 घंटों में छतरपुर, टीकमगढ़, दमोह, खरगोन, खंडवा जिलों में लू चलने की संभावना है. यहां के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है.
अप्रैल के पहले हफ्ते में थी भीषण गर्मी: इससे पहले अप्रैल के पहले हफ्ते में प्रदेश में गर्मी के तेवर काफी तीखे थे. कई जिलों में तेज धूप लोगों को झुलसा रही थी. नौगांव में जहां तीव्र लू चली, वहीं रीवा, सतना, सीधी, उमरिया, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो, टीकमगढ़, सागर, दमोह, भोपाल, राजगढ़, रतलाम, ग्वालियर, दतिया एवं गुना जिलों में लू चलने से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा.
सामान्य रहेगा मानसून: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मानसून को लेकर पहले ही भविष्यवाणी कर दी है. विभाग ने कहा कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान देश में सामान्य बारिश होने की संभावना है. जून से सितंबर के बीच 868.6 मिमी. बारिश होने के आसार हैं. निजी एजेंसी ने भी ‘सामान्य’ मानसून की बात कही है. उसके मुताबिक सामान्य बारिश की 65 प्रतिशत उम्मीद है. बारिश भारत के कृषि क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है.