नई दिल्ली: मध्य प्रदेश कांग्रेस में चल रही सियासी घमासान के बीच आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रदेश के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात होगी। ऐसा माना जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद कभी भी मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष का ऐलान हो सकता है।
मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। हालांकि इस संबंध में प्रदेश प्रभारी से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक ने कई बार नसीहतें दी है लेकिन उसका कोई प्रभाव नहीं दिखाई दे रहा है। यहां तक कि पोस्टर वार भी हो रहा है। उमंग सिंगार ने जिस तरह दिग्विजय सिंह पर खुलेआम आरोप लगाए हैं वह पार्टी अनुशासन की दृष्टि से सही नहीं कहे जा सकते हैं।इस मामले में प्रदेश प्रभारी बावरिया और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी रिपोर्ट सोनिया गांधी को दे दी है । इन दोनों नेताओं की पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से पिछले सप्ताह मुलाकात हो चुकी है और उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नाम पर अपनी राय दे दी है।
ऐसी उम्मीद की जाना चाहिए कि आज ज्योतिरादित्य सिंधिया की सोनिया से मुलाकात के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नाम पर मुहर लग जाए। सूत्रों से मिली जानकारी पर भरोसा किया जाए तो सोनिया गांधी ज्योतिरादित्य सिंधिया को कुछ परामर्श देना चाहती है। हो सकता है कि इस परामर्श के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवाजा जाए।
वैसे भी सोनिया गांधी चाहती है कि 12 सितंबर को दिल्ली में होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के पूर्व मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष का नाम घोषित हो जाए।
यह देखना दिलचस्प होगा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में पिछले दिनों से चली आ रही उठापटक बाद इस एपिसोड का क्या आजकल में अंत हो जाएगा?