उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकालेश्वर मंदिर करोड़ों श्राद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, विगत दो वर्षों से मंदिर पहुंचने वाले भक्तों को कोविड-19 नियम के अनुरूप बैरिकेटिंग के बाहर से ही दर्शन करना पड़ रहा था, लेकिन अब श्रद्धालुओं और बाबा के बीच की दूरी को मंदिर समिति व जिला प्रशासन ने एक बैठक में खत्म कर दिया है. अब छह दिसंबर से भक्तों को मंदिर के गर्भ गृह में जलाभिषेक के लिए जाने की अनुमति होगी. साथ ही उज्जैन दर्शन बस सेवा को भी दोबारा शुरू किया जाएगा. मंदिर के गर्भ गृह में पूर्व की तरह पूजन-अभिषेक के लिए नियमानुसार 1500 रुपए की रसीद कटवानी होगी, जबकि सामान्य दर्शन व जल चढ़ाने पर कोई शुल्क नहीं है. श्रद्धालु लाइन में लगकर जल व दूध चढ़ा सकेंगे! कलेक्टर व मन्दिर समिति अध्यक्ष आशीष सिंह ने इस बावत जानकरी दी है.
कोरोना के चलते मंदिर में प्रवेश था प्रतिबंधित
विगत दो वर्षों से कोरोना महामारी के चलते मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित था, जिसके बाद मंदिर में नियमानुसार प्रवेश देना शुरू किया गया और 17 नवंबर को शासन द्वारा जारी निर्देश में सभी तरह के प्रतिबंध हटा लिए गए. जिला प्रशासन ने करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का मान रखते हुए गर्भ गृह में दोबारा 6 दिसंबर से प्रवेश देने के महत्वपूर्ण निर्णय पर मुहर लगा दी है.
6 दिसंबर से गर्भ गृह में प्रवेश की मिलेगी अनुमति
कलेक्टर व मंदिर समिति अध्यक्ष आशीष सिंह ने बताया कि उज्जैन महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में गर्भ गृह को श्रद्धालुओं के लिए खोलने का निर्णय लिया गया है, दिसंबर माह के पहले सोमवार यानि 6 तारीख ये व्यवस्था शुरू की जानी है, जिसके लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं, जो गाइडलाइन है, समय सीमा है, ये सब दो से तीन दिन में मंदिर प्राशासक द्वारा बता दिया जाएगा, लंबे समय से ये मांग उठ रही थी, जिसे अब पूरा किया गया है. इसमें किसी प्रकार का नया शुल्क नहीं है, जैसे पहले 1500 की रसीद कटती थी, दो लोगों को जाने की अनुमति दी जाती थी. वैसे ही रहेगा.
मंदिर समिति की बैठक में लिए गए निर्णय
- श्री महाकालेश्वर मंदिर में वर्तमान में अनुमति प्राप्त फोटोग्राफर्स की संख्या पर्याप्त होने पर नये फोटोग्राफर्स को अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया गया है.
- श्री महाकालेश्वर मंदिर विस्तार योजना के अन्तर्गत भूमि अधिग्रहण के लिये कुल 150.92 करोड़ रुपये की राशि का आवंटन राज्य शासन से करने हेतु पत्र भेजा गया है, बैठक में उक्त कार्रवाई का अनुमोदन किया गया है.
- श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अन्तर्गत सभी कर्मचारियों, शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि के संबंध में चर्चा की गई तथा निर्णय लिया गया कि प्रतिवर्ष वार्षिक वेतन वृद्धि नियत करने का एक समग्र प्रस्ताव बनाकर आगामी बैठक में प्रस्तुत किया जाये.
- उज्जैन दर्शन बस सेवा पुन: शुरू करने का निर्णय लिया गया, बैठक में स्टोर शाखा द्वारा प्रस्तुत की गई विभिन्न निविदाओं का अनुमोदन भी किया गया.
- महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार का रूद्र सागर का कार्य पूर्ण होने के बाद श्रद्धालुओं के लिये त्रिवेणी संग्रहालय से फेसिलिटी सेंटर तक आने-जाने के लिये ई-कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक कार्रवाई एवं निविदा का प्रस्ताव तैयार किया जाये.