भोपाल। मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले चुनाव से बीजेपी ने चेहरे को लेकर भले ही अभी कोई फैसला न लिया हो, लेकिन सीएम शिवराज बड़ी योजनाओं का शुभारंभ पीएम मोदी से कराकर 2023 के विधानसभा चुनावों की जीत की रणनीति बनाने में लग गए हैं.
चुनाव के लिए भाजपा ने बिरसा मुंडा को बनाया भगवान
2023 के चुनावों में जनता को साधने के लिए भाजपा ने कमर कस ली है. कार्यकर्ता से लेकर उच्च स्तरीय नेता भी इसमें लग गए हैं. 15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर पीएम मोदी का आना आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति का एक हिस्सा है. आदिवासी वोट बैंक पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा ने बिरसा मुंडा की जयती पर उन्हें भगवान बना दिया. वहीं मध्य प्रदेश की जनता का अपनी ओर खास ध्यान खींचने के लिए पीएम मोदी ने देश का पहला प्राइवेट वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन का शुभारंभ किया. पीएम मोदी का यह दौरा तीन साल बाद हुआ.
2023 के लिए सीएम शिवराज ने कसी कमर
भाजपा किसी भा हालत में 2018 की तरह 2023 का चुनाव गंवाना नहीं चाहती है. आने वाले समय में एमपी में पीएम मोदी द्वारा कई उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण होते हुए दिखायी देंगे. अब चंबल एक्सप्रेस हाइवे, अटल प्रगित पथ के नाम से जाना जाएग. यह हाइवे शिवपुरी, मुरैना और भिंड जिले से गुजरेगा. आगे जाकर यह उत्तर प्रदेश से जुड़ जाएगा. इस मार्ग की लंबाई 404 किमी होगी. इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है. पीएम मोदी आने वाले समय में इसका उद्घाटन करेंगे.
विश्व की सबसे बड़ी परियोजना का पीएम करेंगे उद्घाटन
वहीं ओमकारेश्वर बांध पर विश्व की सबसे बड़ी तैरती हुई सौर ऊर्जा परियोजना 2022-23 मे विद्युत उत्पादन शुरू किया जाएगा. इस परियोजना का उद्घाटन भी पीएम मोदी से कराया जा सकता है. इंदौर में भी एक प्लांट बन रहा है. इसमें सिटी कंपोस्ट का इस्तेमाल किसानों के खेतों को उर्वरक बनाने में किया जाएगा. इसके साथ ही इस प्लांट से सीएनजी गैस भी बनाई जाएगी. दावा किया जा रहा है कि यह एशिया का सबसे बड़ा और देश का पहला कचरे से मीथेन गैस बनाने का प्लांट होगा. इस प्लांट के उद्घाटन के लिए भी पीएम मोदी को न्यौता भेजा गया है.
केन-बेतवा लिंक परियोजना की रखी जाएगी आधारशिला
बता दें कि एमपी में केन-बेतवा लिंक परियोजना पिछले 15 साल से अटकी हुई है. इस लिंक परियोजना का काम भी शुरू होने वाला है. इस योजना से सागर, विदिशा सहित एमपी के 8 जिलों में पानी पहुंचेगा. परियोजना अटकने का कारण यूपी और मध्य प्रदेश के बीच विवाद था, जो कि केंद्र की पहल के बाद सुलझा लिया गया है. कहा जा रहा है कि यूपी में चुनाव से पहले नदी जोड़ो अभियान (nadi jodo abhiyan) के तहत देश की पहली केन बेतवा लिंक परियोजना (cane betwa link project) की आधारशिला रखी जाएगी. इस का भूमि पूजन पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे.
अब से पहले भी किये हैं कई लोकार्पण
यह तो आगामी योजना और परियोजनाएं हैं, जिनके लिये काम किया जाएगा, लेकिन सीएम शिवराज अब से पहले भी पीएम मोदी के हाथों कई लोकार्पण करा चुके हैं. कोरोना काल में पीएम मोदी ने अक्टूबर में भोपाल के जेपी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का वर्चुअल लोकार्पण किया. इसके अलावा साल 2020 में ग्रामीण आवास योजना के तहत 1.75 लाख घरों का पीएम मोदी वर्चुअल उद्घाटन (virtual inauguration) कर चुके हैं.
पीएम मोदी को खुश करने में जुटे हैं सीएम शिवराज
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यह जानते हैं कि मध्य प्रदेश में उनकी स्थिति वैसी नहीं है जैसी 2018 के पहले हुआ करती थी. अब जो भी फैसला वह लेते हैं, पहले उन्हें केंद्रीय हाईकमान से हामी भरानी पड़ती है. 2018 के पहले शिवराज एकतरफा फैसला लेते थे और फैसला लेने के बाद केंद्र को बता दिया जाता था. अब वैसी स्थिति नहीं है, यही वजह है कि सीएम शिवराज, पीएम मोदी को खुश करने में जुटे हुए हैं. मुख्यमंत्री भी चाहते हैं कि बड़ी परियोजनाओं में नरेंद्र मोदी खुद शामिल हों. जहां तक भीड़ जुटाने का सवाल है तो अभी तक जितने भी कार्यक्रम हुए शिवराज सिंह उनमें भीड़ जुटाकर मोदी को खुश करने में कामयाब रहे हैं.
पीएम मोदी को न्यौता देने पर मीडिया प्रभारी ने दिया तर्क
मध्य प्रदेश में पीएम मोदी को न्यौता देने के बारे में बीजेपी का कहना है कि पीएम मोदी वैश्विक नेता हैं. वह जो भी काम करते हैं, वह बड़ा काम ही करते हैं. पहली बार भारत हथियारों का निर्यातक बना है. यही वजह है कि आज भारत का नाम पूरे विश्व में लिया जाता है. जहां तक कांग्रेस का आरोप है कि अब शिवराज का जादू खत्म हो रहा है तो मोदी का सहारा लिया जा रहा है. भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर का कहना है कि कांग्रेस पूरी तरह से खत्म है. बुजुर्ग नेता कुर्सी पर जमे हुए हैं युवाओं को पूछा नहीं जाता.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कसा तंज
इस पर कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता तंज कसते हुए कहते हैं कि मध्य प्रदेश सरकार की नैय्या हिलोरे ले रही है. शिवराज चाहते हैं कि मोदी उनकी नैय्या पार लगा दें. पीएम मोदी एमपी आए और कविता सुना के चले गए. वह कह गए कि यहीं सब धरा रह जायेगा. कोई कुछ नहीं ले जा पाता.
पीएम मोदी को मध्य प्रदेश खूब भाता है. वजह है कि यहां जो भी कार्यक्रम हुए उनमें शिवराज ने बहुत भीड़ जुटाई और भीड़ में मोदी की जमकर प्रशंसा भी की. प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी 18 बार मध्य प्रदेश आ चुके हैं. मोदी भी जानते हैं की 2024 फिर बीजेपी की सरकार बनाना है तो उन राज्यों पर फोकस करना होगा जहां पर बीजेपी को अपार बहुमत मिला है, जैसे मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 28 जीती थीं.