मुंबई में भारी बारिश का कहर देखने को मिल रही है। बीती रात मलाड वेस्ड में चार मंजिला इमारत का बड़ा हिस्सा ढह गया। रात करीब 11.10 बजे हुए हादसे में अब तक 15 लोगों के मरने की खबर है। कई लोग अब भी दबे हैं। बिल्डिंग के मलबे से 15 घायलों को बाहर निकाला गया जिनकी हालत गंभीर हैं और उन्हें निकटवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी भी बचाव और राहत का कार्य जारी है तथा मलबे में कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इससे पहले बुधवार को मुंबई में मानसून ने तगड़ी दस्तक दे दी है। बुधवार सुबह शुरू हुई जोरदार बारिश के कारण महानगर के कई इलाकों में जलभराव हो गया। इसका असर स्थानीय एवं बाहर से आनेवाली ट्रेनों पर भी पड़ा। बसों के मार्ग बदलने पड़े और छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर कुल चार उड़ानों की लैंडिंग टालनी पड़ी। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक तेज बारिश की चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई महानगरपालिका के आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के आयुक्त इकबाल सिंह चहल के मुताबिक सायन एवं चूनाभट्टी क्षेत्र में सुबह नौ से 10 बजे के बीच सिर्फ एक घंटे में 60 मिलीमीटर (मिमी) से अधिक बारिश हुई। मौसम विभाग के सांताक्रूज केंद्र ने सुबह साढ़े आठ बजे से दोपहर ढाई बजे तक करीब 165 मिमी एवं कुलाबा केंद्र ने 32.2 मिमी बारिश रिकार्ड की है। कई जगह जलभराव से मुंबई के ईस्टर्न एवं वेस्टर्न हाईवे पर लंबा जाम लग गया। अंधेरी, मिलन, खार एवं मालाड सबवे से आवागमन बंद करना पड़ा। महानगर के बीच से बहनेवाली मीठी नदी का पानी कुर्ला उपनगर की कई बस्तियों में जा घुसा। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी एम. सुतार ने बताया कि सुबह साढ़े नौ बजे के बाद छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिंनस (सीएसएमटी) से कुर्ला के बीच रेल सेवा रोकनी पड़ी। साढ़े दस बजे सीएसएमटी से ठाणे व सीएसएमटी से वासी के बीच भी रेल सेवा रोकनी पड़ी। उधर, बाहर से आनेवाली लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों को ठाणे में ही स्थगित करना पड़ा। इसके कारण गंतव्य तक पहुंचने में यात्रियों को काफी दिक्कतें हुईं।
पहली ही बरसात में मुंबई की ऐसी हालत होने पर बीएमसी में वर्षों से शासन करती आ रही शिवसेना बचाव की मुद्रा में आ गई है। बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने सफाई देते हुए कहा कि मुंबई में कुछ ही घंटों में 160 मिमी से ज्यादा बारिश हुई। इसके कारण कुछ स्थानों पर जलभराव हो गया है। निचले क्षेत्रों से जलनिकासी के लिए किया जा रहा स्थायी उपाय जून के अंत तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद ऐसी समस्या नहीं आएगी। जबकि मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने रेलवे पर आरोप मढ़ते हुए कहा है कि विभाग ट्रैक की सफाई करने में अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहा है। इसके कारण जलभराव की समस्या पैदा होती है।