सागर जिला अस्पताल में मंगलवार तड़के 4 बजे ऑक्सीजन की कमी होते देख अफरा-तफरी मच गई। सिर्फ 15 मिनट की ऑक्सीजन बची थी। आनन-फानन में डॉक्टरों ने वरिष्ठ अफसरों को सूचना दी। ताबड़तोड़ ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से आए सिलेंडर अस्पताल में पहुंचाए। समय रहते सप्लाई शुरू हो गई।
मंगलवार सुबह 4 बजे जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी हुई। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर्स ने जैसे ही देखा की ऑक्सीजन करीब 15 मिनट की ही बची है तो उन्होंने तुरंत अफसरों को मामले की सूचना दी। ऑक्सीजन की कमी की खबर से रात में ही प्रशासन जाग उठा और ताबड़तोड़ ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई गई।
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से 20 ऑक्सीजन सिलेंडर तत्काल जिला अस्पताल के लिए भेजे गए। इधर, डॉक्टरों की सूचना मिलने पर एसपी अतुल सिंह ने सुरक्षा के लिहाज से गोपालगंज और मोतीनगर थाना पुलिस की टीमों को जिला अस्पताल भेजा। पुलिस मौके पर पहुंची, तभी ऑक्सीजन के सिलेंडर लेकर गाड़ी आ गई। इस पर पुलिस जवानों ने तुरंत गाड़ी से ऑक्सीजन सिलेंडर उतरवाए और कोविड वार्ड तक पहुंचाए। ऑक्सीजन पहुंचने के बाद डॉक्टर ने राहत की सांस ली।
जिला अस्पताल में बनेगा ऑक्सीजन टैंक
जिला अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए जल्द ही एक लिक्विड ऑक्सीजन टैंक बनकर तैयार हो जाएगा। इसकी क्षमता 5 हजार किलोलीटर की बताई जा रही है। इससे आईसीयू और अन्य वार्डों में जहां सेंट्रल ऑक्सीजन लाइन है। वहां सीधी सप्लाई हो सकेगी। इस समय सिलेंडर के माध्यम से ऑक्सीजन दी जा रही है। इस कारण आए दिन ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने का डर बना रहता है।