माओवादियों का आरोप की गई एयर स्ट्राइक

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सुकमा।

पहली बार नक्सलियों ने केन्द्र व प्रदेश की सरकारों पर एयर स्ट्राइक का आरोप लगाया है। DKSZC प्रवक्ता विकल्प ने प्रेस नोट जारी कर दी ड्रोन हमले की जानकारी देते हुए कहा कि 19 अप्रैल को पुलिस ने बीजापुर जिले के पामेड़ थानाक्षेत्र के बोत्तालंका और पाला गुडेम गांव में ड्रोन से 12 बम गिराए।

पत्रकारों को जारी प्रेसनोट में नक्सलियों ने कहा 19 अप्रैल की सुबह तीन बजे ड्रोन व हेलीकाप्टर से बीजापुर जिले के बोत्तालंका व पलागुड़ेम गांव मे करीब हवाई हमले करते हुए बम गिराए हैं। साथ ही कुछ फोटो भी नक्सलियों ने जारी की गई हैं। दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (माओवाद) प्रवक्ता विकल्प ने कुछ पत्रकारों को प्रेसनोट जारी किया। जिसमें यह उल्लेख किया गया कि 19 अप्रैल तड़के तीन बजे बीजापुर जिले के पामेड़ थानाक्षेत्र के बोत्तालंका व पलागुडेम गांवों में ड्रोन व हेलीकाप्टर से हमला किया गया।

करीब 12 बम गिराए गए, जिसमें पेड़-पौधो व जानवरों को नुकसान हुआ है। क्योंकि आसमान में लगातार हेलीकाप्टर घूमने व खतरे को देखते हुए पीएलजीए व जनता ने जगह बदल दी। वहीं, नक्सलियों ने जारी पर्चे में हमले का विरोध करते हुए 19 अप्रैल को काला दिवस बताया। साथ ही आगामी 26 अप्रैल को भारत बंद का भी ऐलान नक्सलियों ने किया है।

ड्रोन का कुछ हिस्सा हो सकता है

नक्सलयों के द्वारा जारी फोटो को देखकर यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि ड्रोन का कुछ हिस्सा नीचे गिरा हो। जारी फोटो में वायर व इलेक्ट्रोनिक वायर दिखाई दे रहे हैं, जिससे यह अंदेशा भी लगाया जा सकता है कि ड्रोन का कुछ हिस्सा गिरा हो।

आईजी बोेले- बेबुनियाद है आरोप

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने कहा कि दिनांक 20 अप्रैल 2021 को दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प द्वारा जारी किए गए प्रेस विज्ञप्ति में सुरक्षा बल द्वारा माओवादियों के ऊपर ड्रोन के माध्यम से हवाई हमला करने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप बिल्कुल बेबुनियाद है। विगत दिनों में अपना आधार क्षेत्र पैर के नीचे से खिसकने से सीपीआई माओवादी संगठन बौखलाहट में निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों की हत्या करना, तोड़फोड़, आगजनी जैसे जनविरोधी एवं विकास विरोधी हरकत को अंजाम दे रहे हैं।

वास्तविकता यह है कि अब तक हजारों निर्दोष ग्रामीणों की हत्या, विकास कार्यों के लिए इस्तेमाल वाहन और मशीनों को जलाना जैसी कायराना हरकतों से अपनी झूठी ताकत का प्रदर्शन करने का असफल प्रयास करने वाला ये गैरकानूनी एवं अमानवीय माओवादी संगठन का खात्मा बहुत जल्दी होगा तथा बस्तर की जनता को माओवादियों के आतंक से बहुत जल्दी मुक्ति मिलेगी।

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