मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास पर सैन्य अधिकारियों से मुलाकात की।
कोरोना से बेकाबू हालात के चलते अंतत: मध्यप्रदेश सरकार को केंद्र सरकार के बाद अब सेना से मदद मांगनी पड़ी है। प्रदेश में एक्टिव केस 75 हजार हो गए हैं। बेड कम पड़ने के कारण अब आर्मी और केंद्रीय संस्थानों के अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज हाे सकेगा। इस संबंध में CM शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को PM नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है।
CM ने सोमवार को सुबह PM नरेंद्र मोदी से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के संबंध में फोन पर चर्चा की। शिवराज ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर आश्वासन दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आर्मी के अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के इलाज को लेकर चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री ने आर्मी के अफसरों के साथ एक बैठक भी की है।
आर्मी के अस्पतालों में मिलेंगे 430 बेड
मुख्यमंत्री की आज सुदर्शन कोर कमांडर अतुल्य सोलंकी व बिग्रेडियर आशुतोष शुक्ला के साथ बैठक हुई। जानकारी के मुताबिक आर्मी के अफसरों ने भोपाल, जबलपुर, सागर व ग्वालियर में 430 बेड अस्पतालों व आइसोलेशन सेंटर देने का भरोसा दिया। इसमें से भोपाल में 150, जबलपुर में 100, सागर में 40 और ग्वालियर में 40 बेड की व्यवस्था की जाएगी। आर्मी के अफसरों ने मरीजों की देखभाल के लिए पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध कराने के लिए भी आश्वस्त किया।
कलेक्टरों को कोविड सेंटर बनाने की छूट
मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय संस्थानों, रेलवे और सुरक्षा संस्थानों सहित अन्य अस्पतालों में कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाएगा। इसको लेकर प्रदेश के सभी कलेक्टरों को केंद्रीय संस्थानों के प्रबंधन से बात करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में आवश्यकता के अनुसार जितने भी कोविड केयर सेंटर खोलने की जरूरत है, तैयारी के साथ शुरू करें। सरकार की तरफ से इस काम के लिए उन्हें पूरी छूट दी जा रही है।
इंदौर की तर्ज पर बड़े शहरों में खुलेंगे 2 हजार बेड के अस्पताल
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बड़े महानगरों में सरकार, स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से 2 हजार बेड का अस्पताल खोलेगी। उन्होंने कहा कि इंदौर के राधा स्वामी सत्संग न्यास के 2 हजार बेड के अस्पताल जैसा प्रयोग भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर सहित अन्य बड़े शहरों में होगा। उन्होंने बताया कि इंदौर के अस्पतालों में बेडों की संख्या 2 हजार से बढ़ाकर 6 हजार करने के निर्देश दिए हैं।
सेना, एयरफोर्स और नेवी के प्रदेश और देश में अस्पताल
MP में आर्मी के 7 अस्पताल हैं। इसमें इंडियन आर्मी के 6 अस्पताल भोपाल, ग्वालियर, सागर, जबलपुर, महू और पचमढ़ी में स्थित है। जबकि एयर फोर्स का एक अस्पताल बैतूल में हैं।
सुरक्षा संस्थानों के सबसे ज्यादा अस्पताल जबलपुर में हैं। यहां व्हीकल फैक्ट्ररी, गन कैरिज फैक्ट्ररी, ऑडर्नेंस फैक्ट्ररी और आर्मी बेस वर्कशॉप के अपने अस्पताल हैं।
अगर देश की बात करें तो इंडियन आर्मी के 90, नेवी के 10 और एयर फोर्स के 12 अस्पताल हैं।