भोपाल लोकसभा सीट से नाम तय होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मंगलवार को भोपाल आ रहे हैं। वे यहां 12 मई चुनाव संपन्न होने तक रहेंगे। दिग्विजय ने बुधवार को कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई है, जिसमें चुनाव की रणनीति तय होगी। बैठक में पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों को बुलाया गया।
दिग्विजय के चुनाव की यह पहली बैठक होगी। इस दौरान वे भोपाल लोकसभा सीट का पार्टी पदाधिकारियों से फीडबैक लेंगे। भोपाल लोकसभा सीट से 1984 में केएन प्रधान कांग्रेस के सांसद चुने गए थे, उसके बाद 1989 से इस सीट पर बीते 8 चुनावों में भाजपा का कब्जा रहा है।
भोपाल से तीन विधायक: प्रदेश में अभी कांग्रेस की सरकार है और भोपाल से तीन विधायक जीते हैं। विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच वोटों का अंतर भी 20 से 25 हजार के बीच ही है। यदि यह नतीजे लोकसभा चुनाव परिणाम में परिवर्तित होते हैं तो इस सीट से भाजपा को कांग्रेस कड़ी चुनौती देने का मूड बना चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को टिकट दिए जाने के बाद इस सीट का चुनाव रोचक हो गया है। हालांकि अब तक भाजपा की ओर से यहां से प्रत्याशी तय नहीं हुआ है।
टफ सीटों पर केंद्रीय नेतृत्व करेगा रणनीति तय : सीएम
मप्र में फिलहाल कांग्रेस पार्टी ने 9 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। जिनमें टफ सीट जो बीते 30-35 साल से कांग्रेस ने नहीं जीती है, उनमें सिर्फ भोपाल सीट से ही पार्टी ने दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। इंदौर और विदिशा सीट पर अभी पार्टी ने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। इन सीटों को भी कांग्रेस टफ सीट मानकर चल रही है। नाथ ने छिंदवाड़ा में मीडिया से चर्चा में इस बात के संकेत दिए हैं कि इन सीटों पर मजबूत उम्मीदवारों का फैसला केंद्रीय नेतृत्व लेगा। नाथ ने दावा किया कि भाजपा की केंद्र में सरकार नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी 29 सीटों पर कांग्रेस जीतेगी।
जयवर्द्धन बोले- चुनाव तो चुनाव है चाहे राघौगढ़, राजगढ़ हो या भोपाल
दिग्विजय सिंह के पुत्र मप्र सरकार में मंत्री जयवर्द्धन सिंह पहले ही भाजपा को कड़ी चुनौती देकर इस सीट को जीतने का संकेत दे चुके हैं। जयवर्द्धन ने सोमवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि चुनाव तो चुनाव होता है चाहे वह राघौगढ़, राजगढ़ हो या भोपाल। कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत से यह चुनाव लड़ेगी। चुनाव की कमान स्वयं दिग्विजय सिंह संभालेंगे। चूंकि उनका सीधा कार्यकर्ताओं से संवाद है इसलिए वे सीधे उनसे चर्चा करेंगे। उनकी भोपाल लोकसभा की आठों विधानसभा उत्तर, मध्य, दक्षिण पश्चिम, बैरसिया, हुजूर, गोविंदपुरा, नरेला और सीहोर के पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधी बातचीत होगी। हम निश्चित रूप से चुनाव जीतेंगे।