भोपाल. देश में पहली बार मध्यप्रदेश के भोपाल से जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य अमले की टीम ने शनिवार से ‘किल कोरोना अभियान’ की शुरुआत हो गई है। हालांकि प्रदेश में यह अभियान 1 जुलाई से शुरू किया जाएगा। अगले दो दिन तक सुबह 7 बजे से 2 हजार से अधिक कोरोना वारियर्स शहर में 5 लाख की आबादी को कवर करेंगे। इस दौरान 51 घनी स्लम बस्तियों और कंटेंमेंट क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन, सर्वे, स्क्रीनिंग, और उसके बाद सैपलिंग का काम किया जाएगा। इस पूरे अभियान की कमान कलेक्टर अविनाश लवानिया ने संभाली है।
सर्दी खांसी या बुखार होने पर सार्थक में एंट्री होगी
सर्वे में सर्दी, खाँसी, बुखार के मरीजों की सार्थक एप में एंट्री की जाएगी। सभी की डॉक्टर के नेतृत्व में स्क्रींनिग और जररूत होने पर सैंपलिंग भी कराई जाएगी। कोरोना के खिलाफ सबसे अहम लड़ाई के लिए सुबह 7 बजे से सर्वे कार्यकर्ता, नगर निगम, स्वास्थ्य जिले के अधिकारियों का अमले ने अलग-अलग 51 इलाकों में शनिवार से जांच अभियान शुरू कर दिया है। इस दौरान मलेरिया की रेपिड जांच, डेंगू लार्वा की जांच, सार्वजनिक जगहों से पानी निकालना, मच्छर मारने की दवाई का छिड़काव किया जाएगा। शाम को 6 बजे फॉगिग कराई जाएगी।
लोगों को जागरुक भी किया जाएगा
लोगों को जागरूक करने के लिए फीवर क्लीनिक के पोस्टर और मास्क लगाने के साथ शारीरिक दूरी बनाने के सही तरीकों के बारे में बताया जाएगा। सर्वे के साथ सभी क्षेत्रों का सैनिटाइजेसन भी कराया जा रहा है। स्क्रीनिंग और सैंपलिंग की टीम भी लगातार सार्थक एप के डाटा के आधार पर कर्रवाई करेगी। मलेरिया जांच, टीम बुखार वाले मरीजों के खून की जांच रेपिड किट से कर रही है। साथ ही दवाई का वितरण भी किया जा रहा है। नगर निगम का अमला खुले प्लॉटों से पानी निकासी और पानी मे मच्छर मारने की दवाइयां डालने का काम कर रहा है। घरों में डेंगू के लार्वा की जांच भी की जा रही है।
प्रदेश में एक जुलाई से शुरू होगा ‘किल कोरोना अभियान’
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में एक जुलाई से ‘किल कोरोना अभियान’ चलाए जाने की घोषणा की थी। इसकी शुरुआत भोपाल कर दी गई है। प्रदेश के सभी जिलों में वायरस नियंत्रण और स्वास्थ्य जागरूकता के इस अभियान में सरकार और समाज साथ-साथ कार्य करेंगे। किल कोरोना अभियान प्रत्येक परिवार को कवर करेगा। इस दौरान कोविड मित्र भी बनाए जाएंगे, जो स्वैच्छिक रूप से इस अभियान के लिए कार्य करेंगे।
प्रदेश में 10 हजार टीमें हर दिन 10 लाख परिवारों का सर्वे करेंगी
प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की 10 हजार टीमें हर दिन 10 लाख परिवारों का सर्वे करेंगी। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर-कलेक्टर की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह निर्देश दिए थे। जिलों और संभागों में आईजी और कमिश्नर भी कोरोना नियंत्रण पर निगाह रखें। करीब 14 हजार महिला और पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर सर्वे कार्य की अहम जिम्मेदारी रहेगी।
आम लोग भी सहयोगी बन सकते हैं
सर्वे में महिला और पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल रहेंगे। सर्दी-खांसी जुकाम के साथ ही डेंगू, मलेरिया, डायरिया आदि के लक्षण पाए जाने पर भी जरूरी परामर्श और उपचार नागरिकों को मिल सकेगा। सार्थक एप का उपयोग कर इन जानकारियों को अपडेट किया जाएगा। एक दल करीब 100 घरों तक पहुंचेगा।
समुदाय आधारित प्रयासों पर होगा अमल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य सर्वे में साथर्क एप महत्वपूर्ण है। इस अभियान में कोविड मित्र की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। समुदाय आधारित प्रयासों से सर्विलेंस आसान होगा। जिला प्रशासन 45 साल से कम के स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड मित्र का दायित्व दे सकते हैं। इस कार्य में स्वैच्छिक संगठन भी जुड़ सकेंगे।
DB