भोपाल। प्रदेश एक ओर जहां वैश्विक महामारी कोरोना संकट के कहर से जूझ रहा है वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में लंबे इंतजार के बाद मानसून ने प्रवेश कर लिया है जिसके साथ ही बीते दिनों से गरज चमक के साथ राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में बारिश की शुरुआत हो गई है। इस बीच ही बीते दिन गुरुवार को हुई तेज बारिश से राजधानी का 5 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। जहां बारिश के पैमानों से अब तक सामान्य से 251% ज्यादा पानी बरस चुका है।
राजधानी समेत प्रदेश के 50 जिलों में बारिश की दस्तक
इस संबंध में, मानसून से अब तक पूरा प्रदेश भीग गया है जिसके चलते प्रदेश के 52 जिलों में से 50 जिलों में बारिश ने दस्तक दे दी है। जहां ग्वालियर एवं भिंड जिलों से बारिश ना होने की खबर सामने आईं है। बीते दिन गुरुवार को राजधानी भोपाल में रात साढ़े 8 बजे से 11:30 बजे तक 3 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। यहां अब तक सामान्य से 251% ज्यादा पानी बरस चुका है। जिसके चलते जून की बारिश का पांच साल पुराना रिकाॅर्ड भी टूट गया है, जिसमें गुरुवार सुबह 8:30 बजे तक 167.3 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। पिछले सालों में 2015 में जून महीने में 166.7 मिमी बारिश हुई थी। 2013 के बाद भोपाल में जून की यह सबसे ज्यादा बारिश है।
मौसम विभाग ने जारी किए पूर्वानुमान
इस संबंध में, प्रदेश के मानसून को लेकर पूर्वानुमान जताते हुए वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि मानसून आगे नहीं बढ़ा है क्योंकि जो सिस्टम यूपी में था, वह झारखंड पहुंच गया। दूसरा सिस्टम 22 जून तक आ सकता है। तब यह आगे बढ़ेगा। जिसके साथ ही तेज बारिश का एक और दौर आ सकता है। इसके अलावा आपको बता दे कि, बीते दिन बुधवार शाम से रात तक 9 घंटे हुई 3.45 इंच तेज बारिश से राजधानी के बड़े तालाब का जलस्तर 0.20 फीट बढ़ गया। जो कि गुरुवार को यह 1661.80 फीट हो गया।
मौसम विभाग ने जारी किए थे संकेत
इस संबंध में, प्रदेश में मानसून को लेकर पूर्वानुमान जताते हुए मौसम विभाग ने उमरिया, शहडोल, कटनी, बालाघाट और दमोह जिलों में भारी बारिश होने की आशंका जताई है साथ ही अन्य अनूपपुर और डिंडोरी में अतिवृष्टि के संकेत दिए है, इसके साथ ही प्रदेश के मंदसौर , रीवा, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और पन्ना जिले में आंधी तूफान के साथ बारिश होने की संभावना जताई है। साथ अन्य जानकारी देते हुए बताया कि, कोई वेदर सिस्टम नहीं बनने के कारण अगले तीन दिनों तक बारिश होने की संभावना कम है। इसके साथ ही अगले 8 दिनों तक लगातार बारिश का दौर जारी रह सकता है और 19 जून को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव क्षेत्र बनने से 20 जून को तेज बारिश होगी।