हाथरस. उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में ‘भोले बाबा’ के सत्ससंग के दौरान बड़ा हादसा हो गया. हादसे में 134 लोगों की मौत हो गई है. हाथरस में 107 और एटा में 27 लाशें अब तक गिनी जा चुकी हैं. वहीं कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. राहत कार्य में लगे लोगों का कहना है कि मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है. अभी भी पंडाल में कुछ लोगों के दबे होने की खबर है.
सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में ‘भोले बाबा’ के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई. हादसे में प्रशासन की लापरवाही बताई जा रही है. जानकारी के अनुसार सत्संग में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं थी. क्षमता से ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई थी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सत्संग खत्म होने के बाद बाहर निकलने की जल्दबाजी में भगदड़ मच गई. देखते ही देखते स्थिति खराब हो गई और लोग एक-दूसरे के नीचे दब गए. भगदड़ में कई बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई.
जानिए कैसे मची भगदड़
बहुत देर तक घटनास्थल पर कोई राहत बचाव कार्य शुरू नहीं हुआ था. मृतकों के परिजनों ने कहा, ‘पुलिस प्रशासन की लापरवाही के चलते ये भयावह हादसा हुआ है. रात से जाम लगा हुआ था. जैसे ही जाम पुलिस ने खुलवाया, भगदड़ मच गई.’ जानकारी के मुताबिक, प्रवचन खत्म होने के बाद भोले बाबा उर्फ सरकार हरि की गाड़ी के पीछे श्रद्धालु भागे थे. सरकार हरि के वापस जाने के दौरान श्रद्धालु भागे थे. श्रद्धालु बाबा के पैर छूने और आशीर्वाद लेना चाह रहे थे. इस वजह से भगदड़ मच गई.