भोपाल। मध्य प्रदेश की हाईप्रोफाइल अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव प्रतिष्ठा का चुनाव बन गया है। कांग्रेस ने तीन तीन नामांकन दाखिल किए है। कहा कि षड्यंत्र से बचने रणतीति के तहत काम कर रहे है। दूध से जला छाछ भी फूंक फूंक कर पीया जाता है। वहीं बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस अपने प्रत्याशियों को नहीं संभाल पाती है। स्थानीय नेता कमलनाथ भी गायब है।
आज था नामांकन का आखिरी दिन
अमरवाड़ा उपचुनाव के लिए 14 जून से नामंकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। 21 जून तक नामंकन दाखिल करने की आखिरी तारीख निर्धारित की गई थी। 24 जून को नामंकन पत्रों की जांच होगी। जबकि 26 जून नाम वापसी की आखिरी तारीख है। निर्वाचन आयोग ने 10 जुलाई को अमरवाड़ा में उपचुनाव के लिए मतदान की तारीख तय की है। वहीं 13 जुलाई को मतगणना होगी।
कांग्रेस की ओर से तीन लोगों ने दाखिल किया नामांकन
लोकसभा चुनाव 2024 में इंदौर संसदीय सीट से कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी रहे अक्षय कांति बम ने आखिरी दिन आपना नाम वापस ले लिया था। इसे देखते हुए कांग्रेस सतर्कता बरत रही है। यही वजह है कि अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने तीन तीन नामांकन फॉर्म जमा किये है। कांग्रेस प्रत्याशी धीरन शाह इनवाती के अलावा शोभारम भलावी और नवीन मरकाम ने भी नाम निर्देशन पत्र जमा किया है।
कांग्रेस बोली- बीजेपी षड्यंत्र की तरह लड़ती है चुनाव
इसे लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जितेंद्र मिश्रा ने कहा कि बीजेपी चुनाव को चुनाव की तरह नहीं लड़ती है। भाजपा षड्यंत्र की तरह चुनाव लड़ती है। बीजेपी के षड्यंत्र में कांग्रेस ने धोखा खाया है। इंदौर और खजुराहो लोकसभा की घटना बीजेपी के षड्यंत्र की निशानी है। यह वजह है कि कांग्रेस हर एक एक कदम रणनीति के तहत रख रही है। अमरवाड़ा में कांग्रेस के पक्ष में माहौल है। हमने इंदिरा जी को भी हराते हुए देखा है, तो अटेर, चित्रकूट, मुंगावली समेत अन्य चुनावो में जीत भी हासिल की है। कांग्रेस को न देखें, बीजेपी अपना घर संभाले।
भाजपा ने किया पलटवार
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता सतेंद्र जैन ने कहा कि विधानसभा के साथ लोकसभा चुनाव को देख कांग्रेस की हवा निकल गई है। तीन-तीन प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतरना कांग्रेस की राजनीतिक दयनीयता है। उपचुनाव में एक सीट पर तीन-तीन फॉर्म भरवाने की नौबत आ गई। यह राजनीतिक पतन का इशारा है।
लोकसभा चुनाव में भी अपनी सीटों को नहीं संभाल पाए। इंदौर और खजुराहो लोकसभा कांग्रेस के लिए शर्मनाक है। छिंदवाड़ा में कांग्रेस के स्थानीय देवता कमलनाथ ने भी दूरी बनाई। यह रणनीति नहीं कांग्रेस का अंदरूनी बड़ा डर है। तीन-तीन फॉर्म जमा कराकर कांग्रेस ने अपने ही प्रत्याशियों के प्रति अविश्वास जताया है।
अमरवाड़ा में त्रिकोणीय मुकाबला
एमपी के छिंदवाड़ा जिले की सबसे महत्वपूर्ण अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने धीरनशा इनवाती पर भरोसा जताया है। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने कमलेश शाह को टिकट दिया था। कमलेश लोकसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। वहीं बीजेपी और कांग्रेस के बीच समीकरण बिगाड़ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतारा है। गोंगपा ने देव रावन भलावी को कैंडिडेट बनाया है।