उज्जैन. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज चुनाव अभियान के दौरान उज्जैन के दत्त अखाड़ा क्षेत्र में क्षिप्रा नदी में स्नान कर पुण्य लाभ प्राप्त किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मां क्षिप्रा का पूजन-अर्चन कर चुनरी चढ़ाई. इस दौरान मुख्यमंत्री ने उन लोगों पर निशाना साधा जो लोग चुनावी राजनीति के लिए क्षिप्रा नदी के प्रदूषण का मुद्दा उठाकर मां क्षिप्रा पर सवाल उठा रहे हैं.
स्नान के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन की पहचान मां क्षिप्रा से है, बाबा महाकाल की इस नगरी में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास है. मां शिप्रा के पावन तट पर हमारी परंपरा है कि स्नान के बाद यहां अपने तीर्थ की महत्ता बढ़ाएं.डॉ यादव ने कहा कि बड़ा दुख होता है कि कभी-कभी लोग मां क्षिप्रा पर प्रश्न करते हैं. हम सब जानते हैं कि यह मां का तट है, इसकी पवित्रता बना कर रखना चाहिए. आज मैनें मां शिप्रा के किनारे आकर स्नान किया. कल से यहां पंचकोशी की बड़ी परिक्रमा प्रारंभ होगी उसमें लोग आस्था और श्रद्धा से आते हैं.मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में हमारी सरकार द्वारा किए गए काम के कारण उज्जैन में पूरे साल नदी का जल मिल रहा है, मुझे इस बात का संतोष है.आज से 20 साल पहले यहां नवंबर दिसंबर के पानी नहीं मिलता था।