इंदौर:केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार आशीर्वाद यात्रा के लिए आए ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत में समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन किया। एयरपोर्ट परिसर की स्थिति यह थी कि वहां भारी भीड़ रही और इतनी धक्का-मुक्की हुई कि पुलिस को कार्यकर्ताओं को संभावना मुश्किल हो गया। कई बार पुलिस से झड़प भी हुई। भाजपा नगर इकाई का एक बड़ा धड़ा पूरे समय सिंधिया की अगुआई में लगा रहा, जबकि मंत्री उषा ठाकुर, विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, महेंद्र हार्डिया सहित दो नंबर विधानसभा के पूर्व पार्षदों और कार्यकर्ता नहीं पहुंचे। हालांकि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एयरपोर्ट पर सिंधिया को फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया और निकल गए।
वैसे पार्टी की नगर इकाई ने पहले ही सिंधिया के ऐतिहासिक स्वागत के लिए जवाबदेही तय कर दी थी। इसके तहत नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी थी। ये सभी सुबह 8 बजे से एयरपोर्ट पर सक्रिय हो गए थे। सिंधिया निर्धारित समय से 5-7 मिनट पहले ही आ गए थे। इस दौरान लाउंज में उनकी अगवानी के लिए मुख्य रूप से मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, पूर्व आईडीए अध्यक्ष मधु वर्मा, वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे आदि थे। कुछ समय बाद विधायक मालिनी गौड भी पहुंचीं।
इधर, बाहर मुख्य रूप से नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा, गोलू शुक्ला, कमल वाघेला, भारतसिंह रघुवंशी, हुकमसिंह सांखला आदि ने व्यवस्था संभाल रखी थी, जबकि सिलावट बार-बार बाहर आकर कार्यकर्ताओं से लाइन में लगने की अपील करते रहे। सिंधिया के स्वागत के लिए इस बार महिला कार्यकर्ता भी भारी संख्या में थी। इधर, लाइन में लगे लगभग सभी कार्यकर्ता हार फूल लिए खड़े थे। इस दौरान अधिकारियों ने व्यवस्था अच्छी संभाल रखी थी।
धक्का-मुक्की के बीच भाजपाइयों में ही झड़पें
इस बीच सिंधिया जैसे ही लाउंज से बाहर आए तो लाइन में पहले महिला कार्यकर्ताएं थी। वे उन तक पहुंचते तब तक भारी संख्या में उनके समर्थक मीडियाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान इतनी धक्का-मुक्की हुई कि एसपी महेशचंद जैन, एएसपी प्रशांत चौबे, जयवीरसिंह, सीएसपी बीपीएस परिहार सहित पुलिस बल उन्हें रोकता रहा, लेकिन इतनी आपाधापी मची कि किसी का जूत निकल गया किसी का मोबाइल गिर गया। स्थिति यह हो गई कई बार मंत्री सिलावट व गौरव रणदिवे को खुद भाजपाइयों को डांटना पड़ा और झड़पें भी हुई। ऐसी ही स्थिति पुलिस अधिकारियों व कार्यकर्ताओं के बीच रही।
हर छोटे कार्यकर्ता का अभिवादन स्वीकारा
कार्यकर्ताओं की इतनी बड़ी लाइन होने के बावजूद सिंधिया के हर कदम उठाने के दौरान इतनी भीड़ थी कि उन्हें चलना मुश्किल हो गया। इसके बावजूद उन्होंने हर छोटे कार्यकर्ता का अभिवादन और हार-फूल से स्वागत स्वीकार किया। इस दौरान उन्हें एयरपोर्ट परिसर से बाहर निकलने तक पौन घंटे से ज्यादा समय लगा। यह भी तब जब मंत्री सिलावट, रणदिवे पुलिस अधिकारी उन्हें घेरे व भीड़ के बीच उनकी कार तक ले गए। तब तक मजमा वहां पहुंचा और फिर धक्का-मुक्की हुई। इस पर सिंधिया ने दो मिनट ही मीडिया से बात की, कार के दरवाजे के पास खड़े होकर हाथ हिलाया और फिर वहां से रवाना हो गए। उनके पीछे गाड़ियों का काफी लंबा काफिला था।
विजयवर्गीय कुछ मिनट रहे
भाजपाइयों के मुताबिक सिंधिया के निकलने के कुछ मिनट पहले ही पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय भी एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने सिंधिया को फूलों का गुलदस्ता दिया। उस दौरान भी इतनी धक्का-मुक्की और आपाधापी मची थी कि वे कार से उतरकर पहुंच पाते तो भीड़ के साथ वे आगे हो गए और कार में बैठकर रवाना हो गए। इस दौरान विजयवर्गीय कुछ ही पल वहां देखे गए।
14 किमी मार्ग में स्वागत मंचों पर दिखा सोनकर, सेंगर व सांवेर समर्थकों का रुख
एयरपोर्ट रोड से जब सिंधिया का काफिला सुपर कॉरिडोर से शुरू हुआ तो यहां भी मार्ग के दोनों उनके स्वागत व समर्थन में काफी झंडे बैनर लगे थे। इस बीच टीसीएस चौराहे पर लगे मंच पर सिंधिया का जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर और उनके समर्थकों ने जोरदार व गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। यहां भी सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता थे।
बैनर-पोस्टर लगाए, लेकिन मंच नहीं
खास बात यह कि यह पूरा क्षेत्र विधानसभा 2 के अंतर्गत आता है जो कद्दावर विधायक रमेश मेंदोला का क्षेत्र है। यहां कुछ पोस्टर्स, बैनर्स में कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मेंदोला के फोटो जरूर देखे गए लेकिन यहां विधायक या पूर्व पार्षदों की ओर से कोई स्वागत मंच नहीं लगाया गया। दीनदयाल चौराहा (बापट चौराहा) पर जहां किसी भी मौके पर रमेश मेंदोला मित्र मंडल के पोस्टरों, बैनरों पटा रहता था, इस बार सिंधिया के कट्टर समर्थक मोहन सेंगर की ओर से बड़ा स्वागत मंच लगाने के साथ चौराहे को सजाया गया था।