कोरोना काल में बंद पड़े परिवहन को अब खोलने के लिए राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। लेकिन अपनी मांगों के चलते बस ऑपरेटर परिवहन शुरू करने के पक्ष में नहीं है। टैक्स और अन्य मांगों को लेकर बस ऑपरेटर ने परिवहन संचालन बंद रखने का फैसला लिया है, जिसकों ध्यान में रखते हुए पूर्व पार्षद गोविन्द मालू ने परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत को पत्र लिखा है।
श्रीमान गोविन्द राजपूतजी
परिवहन मंत्री
मध्यप्रदेश शासन
महोदय,
कोरोना के कारण बन्द परिवहन साधनों बसों और अन्य चार पहिया साधनों को फिर से 1 सितम्बर से पूरी एहतियात बरतते हुए पूर्ण क्षमता के साथ चलाने की स्वागतयोग्य घोषणा सरकार ने की है।
लेकिन बस ऑपरेटर टेक्स व अन्य मांगों को लेकर इनका परिचालन बन्द रखने पर आमादा हैं। इससे नागरिकों में गहरा रोष व्याप्त है।इस समस्या का निराकरण शिघ्र करना चाहिए, क्योंकि अब इसी माह केंद्र की प्रवेश परीक्षाएं भी प्रारम्भ होगी,जिसमे सबसे बड़ी बाधा दूरस्थ इलाकों से आवागमन के साधन नहीं होना है।
मेरा विनम्र अनुरोध है कि प्राथमिक तौर पर तो इन ऑपरेटरों के साथ मिल बैठकर युक्तिसंगत निर्णय लेना चाहिए, यदि इसके बावजूद कोई परिणाम नहीं निकले तो बसें अधिग्रहण कर उन मार्गों पर चलाए।इस सम्बंध में अन्य राज्यों के द्वारा क्या नीति अपनाई गई है, इसका भी अध्ययन करके उचित निर्णय लेना चाहिए, ताकि यात्रियों को राहत मिले।