कानपुर. उत्तर प्रदेश में कानपुर के भौंती में गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर को 24 घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है। यूपी पुलिस का विकास गैंग के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। देर शाम विकास के अंतिम संस्कार के बाद उसका बड़ा बेटा आकाश लखनऊ में अपनी दादी सरला देवी से मिलने पहुंचा। जिसके बाद उसे पुलिस अपने साथ ले गई। वहीं, यूपी एसटीएफ ने ग्वालियर के रहने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि विकास दुबे के फरार साथी शशिकांत और शिवम दुबे को इन लोगों ने अपने यहां पनाह दी थी। आरोपियों पर कानपुर में केस दर्ज है।
इनकी गिरफ्तारी हुई
पुलिस के अनुसार, बिकरु गांव के रहने वाले शशिकांत पांडेय उर्फ सोनू और शिवम दुबे अभी फरार चल रहे हैं। इन लोगों को ग्वालियर के थाना गोले का मंदिर के भगत सिंह नगर निवासी ओम प्रकाश पांडेय और थाना गोरखपुर के सागर ताल सरकारी मल्टी निवासी अनिल पांडेय ने अपने यहां छिपाकर रखा। इनके खिलाफ चौबेपुर थाने में केस दर्ज है।
डरा-सहमा बेटा दादी से मिलने पहुंचा
लखनऊ में शुक्रवार की देर रात विकास का बड़ा बेटा आकाश दुबे अचानक सामने आया। वह यहां कृष्णानगर के इंद्रलोक कॉलोनी स्थित घर में दादी से मिलने पहुंचा था। बताया जाता है कि वह विदेश से एमबीबीएस कर रहा है। हालांकि, इसकी अभी पुष्टि नहीं हो सकी है। इस दौरान वह डरा-सहमा सा दिखा और किसी सवाल का उत्तर नहीं दे सका। वह मकान में दाखिल होता, इससे पहले ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने उसे विश्वास में लेकर पूछताछ की और उसके बाद उसे घर पर छोड़ दिया। देर रात विकास की पत्नी ऋचा और अन्य सभी सदस्य कानपुर से लखनऊ स्थित घर लौट आए थे। परिवार का कोई सदस्य मीडिया से कुछ बोलने को तैयार नहीं है। इससे पहले विकास की पत्नी ऋचा और छोटे बेटे को पुलिस ने हिरासत में लिया था। 16 घंटे बाद शुक्रवार को दोनों को रिहा कर दिया था।
विकास का साला राजू खुल्लर रिहा
गैंगस्टर विकास की पत्नी ऋचा के बाद अब उसके साले राजू खुल्लर को भी यूपी एसटीएफ ने रिहा कर दिया है। एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने राजू को मध्य प्रदेश के शहडोल से हिरासत में लिया था। विकास के संबंध में जानकारी जुटाने के लिए राजू से पूछताछ की गई। अब यूपी एसटीएफ की टीम राजू को शहडोल के बुढ़ार कस्बा छोड़कर आएगी।
राशन की दुकान से 7 जिंदा बम मिले थे
शुक्रवार को बिकरु गांव में तलाशी के दौरान पंचायत भवन में संचालित राशन की दुकान में 7 जिंदा देशी बम बरामद हुए थे। बम निरोधक दस्ते ने गांव पहुंचकर बमों को निष्क्रिय किया था। यह दुकान विकास के नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री के नाम आवंटित थी। उसे पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने गांव में मुनादी कराई कि यदि किसी के यहां असलहा, बम या अवैध सामान हो तो उसे पुलिस के हवाले कर दे। इसके लिए 24 घंटे की मोहलत दी गई है। कहा गया है कि इसके बाद यदि तलाशी के दौरान कुछ संदिग्ध मिलता है तो केस दर्ज होगा।
21 नामजद में से 12 अभी भी फरार
कानपुर के चौबेपुर थाना के बिकरु गांव में 2 जुलाई की रात गैंगस्टर विकास दुबे और उसकी गैंग ने 8 पुलिसवालों की हत्या कर दी थी। अगली सुबह से ही यूपी पुलिस विकास गैंग के सफाए में जुट गई। विकास 3 राज्यों की पुलिस को चकमा देकर यूपी से हरियाणा और फिर राजस्थान होते हुए मध्यप्रदेश पहुंच गया। सरेंडर के अंदाज में उज्जैन के महाकाल मंदिर से गुरुवार को विकास की गिरफ्तारी हुई। यूपी पुलिस उसे कानपुर ले जा रही थी। रास्ते में विकास का वही अंजाम हुआ जिसके डर से वह भागता फिर रहा था। शुक्रवार सुबह कानपुर से 17 किमी पहले पुलिस ने विकास को एनकाउंटर में मार गिराया। अब तक विकास के करीबी प्रभात, बऊआ, अमर दुबे, प्रेम प्रकाश पांडे, अतुल दुबे का एनकाउंटर हो चुका है। नामजद में 21 आरोपियों में से 12 अभी भी फरार हैं। वहीं, चौबेपुर के एसओ रहे विनय तिवारी, दरोगा केके शर्मा समेत 12 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
DB