जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में अबतक का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ. करीब 40 जवान शहीद हो गए. देश गुस्सा, पीड़ा, बेचैनी और शोक में डूबा है. कई जवान अस्पताल में मौत और जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. लेकिन हमेशा देशभक्ति के कंधे पर चढ़कर दूसरों के माथे पर देशभक्ति का लेबल चेक करने वाले कुछ नेता किसी और ही धुन में खोए थे.
कोई ‘गाल गुलाबी, चाल शराबी’ गाने पर थिरक रहा था तो कोई चुनावी रैली में राम मंदिर बनवाने का दावा कर वोट बटोरने की कोशिश कर रहा था. मानो देश में सब सामान्य हो.
जहां ज्यादातर राजनीतिक दल और नेता अपने कार्यक्रमों को रद्द कर इस शोक में डूबे थे, तब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने अपने कार्यक्रमों में व्यस्त थे.दरअसल ये सभी नेता देश भक्ति के नाम पर कभी ना कभी वोट मांगते आये हैं. ऐसे में सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. साथ ही विपक्ष भी इन पर सवाल उठा रहा है.
गाल गुलाबी, चाल शराबी पर थिरक रहे थे मनोज तिवारी
बता दें कि दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी और अभिनेता रवि किशन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. इसी दौरान मनोज तिवारी रवि किशन को अपने गाने पर डांस करने को कहते नजर आये.
कभी गाल गुलाबी, चाल शराबी गाकर ठहाके लगाते तो कभी मोदी सरकार की उपलब्धियों का गुणगान करते. इसी को देखते हुए सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि जब देश शोक में डूबा है तो मनोज तिवारी इस तरह के कार्यक्रमों में शिरकत कैसे कर सकते हैं? सोशल मीडिया पर लोग ये भी सवाल कर रहे हैं जो अगर यही काम किसी और पार्टी के लोग कर रहे होते तो क्या होता.
कर्नाटक में अमित शाह, राम मंदिर के नाम पर मांग रहे थे वोट
वहीं दूसरी ओर बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह जो हर चुनाव को पाकिस्तान से जोड़ देते हैं वो इस बड़े आतंकी हमले के बाद भी कर्नाटक में चुनावी रैली कर रहे थे. अमित शाह अपनी रैली में राम मंदिर बनवाने का दावा करते दिखे.
हालांकि अमित शाह ने आतंकी हमले पर ट्वीट कर दुख जरूर जताया. अमित शाह की ये रैली पुलवामा में हुए आतंकी हमले के करीब 4 घंटे बाद हो रही थी. ऐसे में सोशल मीडिया पर लोगों ने नाराजगी जताते हुए पूछा कि क्या हमारे जवानों की शहाहदत से बढ़कर भाषण देना है.
योगी आदित्यनाथ केरल में वोट के लिए सबरीमाला पर कर रहे थे राजनीति
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी राजनीतिक रैली में हिस्सा लेने के लिए केरल में थे. योगी केरल में बीजेपी की शक्ति केंद्र के उद्घाटन में व्यस्त थे. योगी आदित्यनाथ सबरीमाला मामले पर केरल सरकार को घेर रहे थे. उन्होंने कहा, केरल सरकार सुप्रीम कोर्ट के भरोसे को नष्ट कर रही है. अयोध्या में राम मंदिर को लेकर बीजेपी का रुख जैसा है वैसा ही सबरीमाला को लेकर भी है.
पीयूष गोयल पर भी उठ रहे हैं सवाल
बता दें कि इन सबके अलावा सोशल मीडिया पर रेल मंत्री और रक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी के मेंबर पीयूष गोयल भी लोग सवाल पूछ रहे हैं. दरअसल, गुरुवार को पीयूष गोयल चेन्नई में थे और उन्होंने गठबंधन को लेकर एआईएडीएके के नेताओं से शाम में मुलाकात की. सोशल मीडिया पर लोगों का दावा है कि पुलवामा में हमले के बाद भी पीयूष गोयल चुनावी चर्चाओं में लगे हुए थे.
दरअसल कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पुलवामा हमले के बाद लखनऊ में होने वाली प्रेस कांफ्रेंस रद्द कर दी थी. ऐसे में सोशल मीडिया पर लोग बीजेपी के राष्ट्रवाद के नाम पर वोट मांगने को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
हालांकि ये भी सच है कि नेताओं के कार्यक्रम पहले से तय होते हैं, लेकिन लोगों का सवाल है कि जिस जनभावना के नाम पर संसद से सड़क तक हंगामे होते हैं उसी जनभावना के नाम पर ये नेता अपने चुनावी कार्यक्रम रद्द क्यों नहीं कर सकते थे?