
भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उच्चस्तरीय सूत्रों ने बड़ा दावा किया कि इस सैन्य अभियान के जरिए भारत ने सैन्य, राजनीतिक और मनोवैज्ञानिक तीनों प्रमुख रणनीतिक लक्ष्यों को पूरी तरह से हासिल कर लिया है। पाकिस्तान को हर चरण में हार का सामना करना पड़ा और अब परिस्थितियां पूरी तरह बदल चुकी हैं।
हर दौर में पिछड़ा पाकिस्तान, भारत ने दिया संदेश
सूत्रों ने बताया कि हर राउंड में स्थिति पाकिस्तान के लिए और भी खराब होती गई। भारत की एयरबेस स्ट्राइक से पाकिस्तान को यह स्पष्ट रूप से समझ आ गया कि वह इस स्तर की लड़ाई में नहीं है। भारत ने यह सीधा संदेश दे दिया कि अब कोई सुरक्षित नहीं है। यही है ‘नया सामान्य’
ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ, भारत की चेतावनी
यह केवल एक सीमित कार्रवाई नहीं थी, बल्कि एक नई रणनीतिक परंपरा की शुरुआत है। सूत्रों के मुताबिक, अब दुनिया को यह नया यथार्थ स्वीकार करना होगा। पाकिस्तान को भी समझना होगा कि अब सब कुछ पहले जैसा नहीं रहेगा।
‘गोली का जवाब गोले से देंगे’, पीएम मोदी का मैसेज
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने स्पष्ट रुख अपनाया कि अगर वे गोली चलाएंगे तो हम गोला चलाएंगे। अगर वे हमला करेंगे तो हम जवाब देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सुरक्षा बलों को निर्देश दिया था कि वहां से गोली चलेगी तो यहां से गोला चलेगा। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी एयरबेस पर हुए हमले ही पूरे संघर्ष का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
कश्मीर पर भारत की नीति स्पष्ट- सिर्फ PoK की वापसी पर बात
भारत की ओर से यह भी साफ कर दिया गया है कि कश्मीर पर अब कोई बातचीत नहीं होगी, सिवाय पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की वापसी के। सूत्रों के मुताबिक, अगर पाकिस्तान आतंकवादियों को सौंपने की बात करता है तो हम बात करने को तैयार हैं, लेकिन किसी अन्य मुद्दे पर नहीं। हमें किसी मध्यस्थता की जरूरत नहीं है।
ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने इन 3 लक्ष्यों को किया हासिल
सैन्य उद्देश्य
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि मिट्टी में मिला देंगे। भारत ने बहावलपुर, मुरिदके और मुजफ्फराबाद में मौजूद आतंकी शिविरों को पूरी तरह तबाह कर दिया। यह एक स्पष्ट सैन्य संदेश था- आतंक का स्रोत कहीं भी हो, भारत उसे नष्ट कर देगा।
राजनीतिक उद्देश्य
भारत ने पहली बार सिंधु जल संधि को सीमा पार आतंकवाद से जोड़ दिया है। अब यह संधि तब तक निलंबित रहेगी, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता। यह एक मजबूत और निर्णायक कूटनीतिक संदेश है।
मनोवैज्ञानिक उद्देश्य
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि घुस के मारेंगे। भारत ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर हमला किया और उसकी रणनीतिक रीढ़ को हिला दिया।
यह सिर्फ भौतिक नहीं, बल्कि मनोवैज्ञानिक रूप से भी पाकिस्तान को झटका देने वाली कार्रवाई थी।
DGMOs के अलावा नहीं हुई कोई बातचीत: सूत्र
सूत्रों ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच न तो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (NSA) और न ही विदेश मंत्रियों के स्तर पर कोई वार्ता हुई है। सिर्फ दोनों देशों के सेना संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच सीमित स्तर पर संवाद हुआ। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया है कि अब आतंकवाद का जवाब निर्णायक सैन्य कार्रवाई से ही दिया जाएगा। यह एक नए भारत का स्वरूप है, जहां बातचीत नहीं परिणाम दिए जाते हैं।
