
मनोरंजन की चकाचौंध दुनिया में लोग अभिनय में अपनी किस्मत आजमाते हैं। साथ ही वे कलाकार बनने के लिए एड़ी चोटी तक का जोर लगा देते हैं, लेकिन कभी-कभी उम्र निकल जाती है, पर उन्हें वह मुकाम हासिल नहीं होता, जिसकी जद्दोजहद में वे लगे हुए हैं। हालांकि, कुछ सितारे ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से अभिनय का दम दिखाते हुए कम समय में ही बहुत कुछ हासिल कर लिया और कई अन्य लोगों के लिए मिसाल बन गए। बॉलीवुड इंडस्ट्री की एक ऐसी ही अभिनेत्री हैं, जिन्होंने बेहद कम उम्र में सफलता की बुलंदियों को छुआ और फिर लाखों करोड़ों लड़कियों के लिए आदर्श बन गईं। हम किसी और की नहीं, बल्कि बात कर रहे हैं हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक रति अग्निहोत्री की। रति अग्निहोत्री आज अपना 65वां जन्मदिन मना रही हैं। चलिए इस खास मौके पर जानते हैं अभिनेत्री से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें…
पढ़ाई के दौरान वह अभिनय भी करती थीं रति
रति अग्निहोत्री का जन्म मुंबई की एक पंजाबी परिवार में हुआ था। वह छोटे शहर से निकलकर मायानगरी में चमकीं। दरअसल, रति ने 10 साल की उम्र से ही मॉडलिंग करनी शुरू कर दी थी। उन्हें बचपन से अभिनय का शौक था। जब रति 16 साल की हुईं तो उनके पिता परिवार के साथ चेन्नई में शिफ्ट हो गए। यहां स्कूल में पढ़ाई के दौरान वह अभिनय भी करती थीं। उसी समय तमिल के फेमस डायरेक्टर भारती राजा अपनी नई फिल्म के लिए एक हीरोइन की तलाश में थे। एक बार भारती राजा ने रति को स्कूल प्ले में एक्टिंग करते हुए देखा। वह तुरंत रति के पिता से मिले और उन्होंने वादा किया कि ये फिल्म एक महीने के अंदर बना देंगे। इस पर रति के पिता ने उन्हें फिल्म में काम करने अनुमति दे दी।
रति की पहली फिल्म
इसके बाद 16 साल की उम्र में रति ने अपनी पहली फिल्म ‘पुदिया वरपुकल’ में काम किया। 1979 में आई ये फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई। इस फिल्म के हीरो भाग्यराजा ने रति को तमिल सिखाई। वह उन्हें हिंदी में डायलॉग लिखकर देते थे। जल्द ही रति ने तमिल भाषा भी सीख ली। एक इंटरव्यू में रति ने कहा था कि वह गलती से पंजाबी परिवार में आ गईं, लेकिन वो दिल से तमिल ही हैं। ये फिल्म करने के बाद रति रातों-रात स्टार बन गई थीं। इसके बाद उनके पास फिल्मों की लाइन लग गई। उन्होंने तीन साल के अंदर करीब 32 कन्नड़ और तेलुगु फिल्में कर लीं।
कई सितारों के साथ किया काम
उन्होंने तमिल के बड़े सितारों जैसे रजनीकांत, कमल हासन, शोभन बाबू, चिरंजीवी और नागेश्वर राव के साथ काम किया। रति ने 1981 में बॉलीवुड फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ में कमल हासन के साथ काम किया। यह फिल्म भी सुपरहिट रही। इसके बाद रति ने 43 हिंदी फिल्मों में काम कर अपना मुकाम हासिल लिया। रति की शादी से पहले ही उनके पिता का निधन हो गया था। 9 फरवरी 1985 को उन्होंने आर्किटेक्ट अनिल वीरवानी से शादी कर ली। रति कम समय में ही इतनी मशहूर हो गई थीं कि उन्होंने छोटे शहरों की लड़कियों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि वे भी छोटे गांव और कस्बों से निकलकर हीरोइन बनने का सामना देख सकती हैं।
लड़कियों के लिए बनीं आदर्श
एक समय जहां, इंडस्टी में पुरुषों का बोलबाला था, वहीं उसी समय रति ने कम उम्र में ही इंडस्ट्री में राज कर यह साबित कर दिया कि हुनर और मेहनत बड़े शहरों में रहने या जन्म से ही मुंबई शहर से ताल्लुक रखने की मोहताज नहीं है, बल्कि आप काबिलियत के दम पर कहीं भी अपनी जगह बना सकते हो और रति के इसी जज्बे को देख गांव और छोटे शहरों की लड़कियों ने भी अभिनेत्री बनने का सपना देखा और अपना करियर बनाने में व्यस्त हो गईं। इंडस्ट्री के राज करने वाली रति ने शादी के बाद अभिनय की दुनिया को अलविदा कह दिया। 1987 में रति और अनिल का एक बेटा तनुज हुआ। इसके बाद वो पूरी तरह से अपने परिवार की जिम्मेदारियों में व्यस्त हो गईं।
रति का कमबैक
रति इतनी खूबसूरत थीं कि उन्हें शादी के बाद भी कई फिल्मों के ऑफर आए, लेकिन अपने परिवार के लिए उन्होंने फिल्में नहीं कीं। शादी के 30 साल बाद तक रति लाइमलाइट से दूर रहीं, लेकिन एक दिन अचानक वो पुलिस स्टेशन में बैठी मिलीं। हर कोई उन्हें पुलिस स्टेशन में देखकर चौंक गया। वहां उन्होंने अपने पति अनिल वीरवानी पर प्रताड़ित करने, पीटने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया और वह पति से अलग हो गईं और बेटे के साथ रहने लगीं। 16 साल तक फिल्मों से दूर रहने वाली रति ने साल 2001 में फिल्मों में वापसी की। उन्होंने फिल्म ‘कुछ खट्टी कुछ मीठी’ में काजोल की ग्लैमरस मां का रोल प्ले किया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘यादें’ और ‘देव’ में काम किया। साथ ही 20 साल बाद साउथ इंडियन फिल्मों में भी एंट्री की। साल 2001 में ही में उन्होंने फिल्म ‘मजुनु’, 2003 में ‘अनयर’ और एक इंग्लिश फिल्म भी की, तब से वह कई छोटे-बड़े प्रोजेक्ट कर रही हैं।