हरियाणा की जुलाना विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने विनेश फोगाट को अपना उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव चला है। विनेश के नाम की घोषणा के साथ ही इस सीट पर मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। एक तरफ भाजपा इस कदम की काट खोजने में जुट गई है। वहीं, बिना समय गंवाए विनेश ने अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। रविवार को वह जुलाना पहुंचीं और लोगों से अपने समर्थन में वोट मांगे।
विनेश ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा, ‘आपका विश्वास, मेरा संकल्प। साथ चलेंगे, आगे बढ़ेंगे।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘आज जुलाना विधानसभा में आप सभी से मिलकर दिल को सुकून मिला। आपका जो प्यार और आशीर्वाद मिला, वह मेरे लिए सबसे बड़ी ताकत है। मैं वादा करती हूँ कि आपके विश्वास को कभी टूटने नहीं दूंगी और हमेशा आपकी सेवा में समर्पित रहूंगी। हमारे हल्के का विकास और आपकी भलाई मेरी प्राथमिकता रहेगी। चलिए, एक साथ मिलकर एक नई शुरुआत करते हैं।’
बृजभूषण शरण सिंह के आरोपों पर विनेश फोगाट ने दिया जवाब
प्रचार अभियान के दौरान विनेश ने पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के आरोपों पर जोरदार पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बृजभूषण जैसे लोग कोई मायने नहीं रखते। विनेश ने कहा, ‘बृजभूषण देश नहीं हैं, मेरा देश मेरे साथ खड़ा है। मेरे अपने मेरे साथ हैं।’ बता दें, बृजभूषण शरण सिंह ने शनिवार को कहा था कि बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट नायक नहीं, खलनायक है हरियाणा के, खासकर खिलाड़ियों के। उन्होंने आगे कहा कि बजरंग पूनिया की क्या हैसियत है, जो मुझसे बात करेंगे? जिस आदमी ने अपने पत्नी का इस्तेमाल किया। केवल कुश्ती संघ के पद के लिए, राजनीति और कांग्रेस के लिए अपनी पत्नी का इस्तेमाल कर दिया।
प्रचार के दौरान फोगाट ने कांग्रेस का धन्यवाद किया
विनेश फोगाट ने कहा, ‘हम परसों अपने कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। देश ने मुझे बहुत कुछ दिया है। आज मैं जो कुछ भी हूं कुश्ती की वजह से हूं। मैं कांग्रेस पार्टी का बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहती हूं, सिर्फ इसलिए नहीं कि उन्होंने मुझे टिकट दिया बल्कि जब हम सड़क पर बैठे थे तो प्रियंका गांधी हमारे साथ आईं। उस समय हमें लगा कि हमें अपना देश छोड़ देना चाहिए लेकिन उन्होंने (प्रियंका गांधी) कहा कि हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए और हमें कुश्ती के जरिए इन लोगों को जवाब देना चाहिए।’
जीत के लिए फोगाट को पेश करनी पड़ेगी कड़ी चुनौती
जानकारी के लिए बात दें कि जुलाना के खेड़ा बख्ता गांव में फोगाट का ससुराल है। कांग्रेस से टिकट मिलने के बाद फोगाट पहली बार अपने ससुराल पहुंचीं, जहां लोगों ने उन्हें जीत का आशीर्वाद किया। बता दें, इस सीट पर कांग्रेस को आखिरी बार 2005 में जीत मिली थी। इसके बाद इनेलो ने इस सीट पर कब्जा जमा लिया। इनेलो के परमिंदर सिंह ने 2009 और 2014 में सीट जीती थी। 2019 में इस सीट पर जननायक जनता पार्टी के अमरजीत सिंह ढांडा ने जीत दर्ज की। ऐसे में इस सीट को जीतने के लिए फोगाट को कड़ी चुनौती पेश करनी पड़ेगी।