भले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल जेल में हैं, लेकिन उनकी पत्नी आगे की रणनीति पर लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में आप ने अपने दम पर हरियाणा में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इन सब के बीच खबर यह है कि केजरीवाल के जेल में होने के बाद उनकी पत्नी सुनिता ने हरियाणा में पार्टी की जीत की कमान संभाल ली है। आम आदमी पार्टी शनिवार को पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री की चुनावी राज्य के लिए गारंटी की घोषणा के साथ हरियाणा में अपने विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेगी।
आप के एक बयान में कहा गया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल शनिवार को हरियाणा के पंचकुला में एक टाउनहॉल बैठक में “केजरीवाल की गारंटी” की घोषणा करेंगी। इसमें कहा गया है कि उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक और राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी होंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री वर्तमान में उत्पाद शुल्क नीति से संबंधित मामले में न्यायिक हिरासत में हैं।
इससे पहले आप ने साफ कर दिया था कि अक्टूबर में बिना किसी गठबंधन के वह अकेले हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। पंजाब के सीएम भगवंत मान, आप सांसद संजय सिंह और डॉ. संदीप पाठक ने चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। भगवंत मान ने अपने बयान में कहा कि आम आदमी पार्टी आज एक राष्ट्रीय पार्टी है। दो राज्यों में हमारी सरकार है। गुजरात और गोवा में हमारे विधायक हैं। हमें पूरे देश के लोग पसंद कर रहे हैं।
हरियाणा के लोगों को इस बात का गर्व है कि उनके यहां के अरविंद केजरीवाल दिल्ली जाकर चुनाव लड़ते हैं और पूरे देश की राजनीति को बदल देते हैं।
मान ने कहा कि हरियाणा के लोगों ने हमसे यहां चुनाव लड़ने की गुज़ारिश की और वह बदलाव चाहते हैं। हम आने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव पूरी ताक़त से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा की संस्कृति पंजाब और दिल्ली से काफ़ी मिलती-जुलती है। दोनों राज्यों से हरियाणा जुड़ा हुआ है। हमारी आपस में रिश्तेदारियां भी हैं। हम यहां पूरी मेहनत से और एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। वहीं, संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में पूरी मज़बूती के साथ लड़ने का फ़ैसला किया है। यहां पिछले 10 वर्षों से BJP के ‘डबल इंजन’ की सरकार है, जिसने राज्य को बर्बाद कर दिया है।